बहराइच: प्रधान पति पर आवास और शौचालय के नाम पर घूस लेने का आरोप, ग्रामीणों का प्रदर्शन
बहराइच। जिले के मंगलपुरवा गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान पति के विरुद्ध आवास और शौचालय के नाम पर वसूली करने और विकास कार्यों में लाखों के घोटाले का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सभी डीएम और सीडीओ को शिकायती पत्र भेजकर जांच कार्यवाई की मांग की है। गांव के सैकड़ों लोगों को …
बहराइच। जिले के मंगलपुरवा गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान पति के विरुद्ध आवास और शौचालय के नाम पर वसूली करने और विकास कार्यों में लाखों के घोटाले का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सभी डीएम और सीडीओ को शिकायती पत्र भेजकर जांच कार्यवाई की मांग की है। गांव के सैकड़ों लोगों को अभी तक घूस न देने के चलते आवास नहीं मिल सका है। सभी खुले में नित्य क्रिया को विवश हैं।
जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव मंगलपुरवा गांव में भ्र्ष्टाचार चरम पर है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान पति ने पंचायत सदस्यों के साथ मिलीभगत कर गांव में विकासकार्यों के नाम पर अवैध वसूली की है। जबकि गांव में विकासकार्य शून्य है। कुछ यही हाल विकासखंड मिहीपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत चहलवा के मंगल पुरवा गांव का है।
जहां पर ग्राम प्रधान पति प्रीतम निषाद व गांव के पंचों ने मिलीभगत कर आवास व मनरेगा तथा मार्गों के पटान व इंटरलॉकिंग कार्य के नाम पर लाखों रुपए डकारे हैं । गांव निवासी अम्बर, राजेंद्र, बालचंद्र, बीरबल, देवंती, महेश , दूधनाथ, छोटेदास, बेचन, छोटेदास, रामप्रसाद, विजय कुमार आदि ने बताया कि गांव में करीब दो सौ घर है जिसमें करीब 10 से 15 लोगों को ही शौचालय मिला है जबकि डेढ़ सौ से अधिक घरों के लोग आज भी खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है। जबकि खुले में शौच जाते समय हिंसक जीवों के हमले का खतरा बना रहता है।
लोगों ने बताया कि करीब आधा दर्जन कच्चे मार्गों के पटान व इंटरलॉकिंग का कार्य दिखाकर ग्राम प्रधान पति द्वारा रुपयों का गबन कर लिया गया है । ग्राम प्रधान पति के कार्यशैली व रवैये से नाराज़ ग्रामीणों ने हाथ उठाकर प्रदर्शन किया है। बतादें कि गांव में आधे से ज्यादा परिवार के लोग फूंस व छप्पर में अपना गुजारा कर रहे हैं, जिन्हें अबतक आवास की सुविधा नही मिली है।
गांव निवासी सुनील कुमार, अनीता देवी, राजकुमारी, चंदा देवी, माया देवी समेत कई ग्रामीणों का ग्राम प्रधान पति पर आरोप है कि कईयों से पांच से दस हजार रुपए आवास के नाम पर वसूले गए हैं लेकिन आवास नही दिया गया है वहीं कईयों से आवास के नाम पर रूपए की मांग की गई है।
गांव निवासी शिव कुमारी, रामनरेश, बिचुनिया देवी, सरिता देवी, कुट्टी, मोहनलाल, मूलख, संतोषी, विनोद, शुभावती आदि का कहना है कि उनके द्वारा छह माह पूर्व एक से डेढ़ महीना मनरेगा में कार्य कराया गया था जिसका भुगतान अभी तक नही हुआ है वहीं भुगतान के नाम पर प्रधान पति पर अवैध वसूली का भी आरोप है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से गांव में तबतक बड़े पैमाने पर हुए घोटालों की जांच कराने की मांग की है।
अगर मैं दोषी हूं तो मिले सजा
इस मामले में प्रधान पति से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विकासकार्यो की जांच हो अगर मैं दोषी हूँ तो मुझपर कार्यवाई हो, व ग्रामीणों द्वारा आवास व मनरेगा मजदूरी के नाम पर लगाया सभी आरोप झूठा है मेरे द्वारा किसी से भी रुपए नही लिए गए अगर ग्रामीणों ने किसी को रुपया दिया है तो वह उससे मांग सकता है ।
