बरेली: अजन्मे का जन्म इस बार नहीं होगा रोहिणी नक्षत्र, जानें क्यों?
बरेली, अमृत विचार। भगवान श्री कृष्ण का जन्म शहर में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है जिसको लेकर शहर में तैयारियां चल रही हैं। शहर के बांके बिहारी मंदिर, श्रीहरि मंदिर समेत तमाम मंदिरों में तैयारियां जोरों से चल रही हैं। जगह-जगह भगवान श्री कृष्ण के वस्त्र भाग श्रृंगार का सामान बिक रहा है। …
बरेली, अमृत विचार। भगवान श्री कृष्ण का जन्म शहर में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है जिसको लेकर शहर में तैयारियां चल रही हैं। शहर के बांके बिहारी मंदिर, श्रीहरि मंदिर समेत तमाम मंदिरों में तैयारियां जोरों से चल रही हैं। जगह-जगह भगवान श्री कृष्ण के वस्त्र भाग श्रृंगार का सामान बिक रहा है।

लेकिन इस बार कन्हैया का जन्मदिन रोहिणी नक्षत्र में ना होकर कृतिका नक्षत्र में होगा। इस बारे में जानकारी देते हुए आचार्य रमाकांत दीक्षित ने बताया कि 5230 साल वाद भगवान कृष्ण के जन्म का योग काफी अलग है। इस बार नाही अष्टमी तिथि पड़ रही है और ना ही उनके प्रकट उत्सव का समय रोहिणी नक्षत्र में पड़ रहा है। 19 अगस्त को रोहिणी नक्षत्र का समय रात 1:53 का रहेगा। जबकि कान्हा किस जन्म का समय 12:00 बजे का है अष्टमी 18 अगस्त की रात 10:20 पर लगेगी।

सभी राशियों को विशेष फल देने बाला है कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व
इस बात सभी राशियों के लिए विशेष फल देने वाला कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व है। जिसने वृषभ, कुंभ राशिफल कृष्ण जी की कृपा रहेगी अन्य राशियों के लिए भी यह पर्व बहुत शुभ फलदाई रहेगा।

पंचामृत से कराएं कान्हा का स्नान गले में डाले वैजयंती माला मिलेगा विशेष फल
कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में जब आप पूजा करें तो कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें जिससे भगवान श्री कृष्ण की पूजा से विशेष फल प्राप्त कर सके पूजा-अर्चना के दौरान सबसे पहले कन्हैया का चरणामृत से स्नान करें उसके बाद उनका श्रृंगार करें भगवान श्री कृष्ण वैजयंती माला धारण करने वाले हैं उन्हें वैजयंती माला अवश्य धारण कराएं।
