मथुरा: देवेंद्र शर्मा ने क्यों कहा अब नशे के खिलाफ युद्ध की आवश्यकता? जानिए…
मथुरा, अमृत विचार। कोरोना रूपी महामारी में आशा और आंगनबाड़ी बहनों की मेहनत को भुलाया नहीं जा सकता है। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धूप देखी न बरसात यहां तक कि अपनी जान की परवाह किए बगैर जनता की सेवा की। यह बातें राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने मथुरा विकास खंड …
मथुरा, अमृत विचार। कोरोना रूपी महामारी में आशा और आंगनबाड़ी बहनों की मेहनत को भुलाया नहीं जा सकता है। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धूप देखी न बरसात यहां तक कि अपनी जान की परवाह किए बगैर जनता की सेवा की। यह बातें राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने मथुरा विकास खंड के सभागार में रक्षा उत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि कहा कि अब नशे के विरूद्ध युद्ध रूपी अभियान की आवश्यकता है। इसे जन आंदोलन बनाकर युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाल विवाह, बालश्रम आदि जन कुरीतियों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। समाज में नारी को सशख्त बनाने की आवश्यकता है, इसलिए सरकार द्वारा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ आदि अनेक योजनाएं संचालित हैं। विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सोनिका वर्मा ने महिला अनुपात संख्या में निरंतर हो रही कमी पर चिंता व्यक्त की। सरकार द्वारा कानून भी बनाया गया है, कोई भी व्यक्ति बच्चे का लिंग निर्धारित नहीं करा सकता।
उन्होंने कहा कि लिंग जांच कराने पर माता पिता के साथ-साथ डाॅक्टर एवं अन्य स्टाफ के विरूद्ध भी अपराधिक कार्यवाही का प्रावधान है। पुरूष एक परिवार का नाम रोशन करते हैं वहीं महिलायें दो परिवारों का नाम रोशन करती हैं। इससे पूर्व कार्यक्रम में तीन महिलाओं की गोद भराई का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद बाल संरक्षण गृह की कन्याओं ने सभी को राखी बांधकर रक्षा उत्सव कार्यक्रम मनाया। कार्यक्रम में पीड़ी अरूण कुमार उपाध्याय, सीओ केजीएस राम मोहन शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी डाॅ.अभिनव मिश्र, जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
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