बरेली: बेरोजगारों से ठगी का Exclusive खुलासा, ‘गैंग्स ऑफ ठग’ ने लगाया लाखों का चूना, देखें Video

बरेली: बेरोजगारों से ठगी का Exclusive खुलासा, ‘गैंग्स ऑफ ठग’ ने लगाया लाखों का चूना, देखें Video

बरेली, अमृत विचार। हमारे देश में रोजगार के नाम सड़क से संसद तक संग्राम छिड़ा हुआ है तो वहीं बेरोजगार युवा नौकरी पाने की चाह में ठगी का शिकार हो रहा है। युवाओं के सपनों पर ग्रहण बनते गैंग्स ऑफ ठग इन दिनों काफी सक्रिय हो गए हैं। इनकी पैंतरेबाजी में रोजगार की तलाश में …

बरेली, अमृत विचार। हमारे देश में रोजगार के नाम सड़क से संसद तक संग्राम छिड़ा हुआ है तो वहीं बेरोजगार युवा नौकरी पाने की चाह में ठगी का शिकार हो रहा है। युवाओं के सपनों पर ग्रहण बनते गैंग्स ऑफ ठग इन दिनों काफी सक्रिय हो गए हैं। इनकी पैंतरेबाजी में रोजगार की तलाश में हताश युवा आसानी से फंस जा रहा है। बेरोजगारी के इस दौर में फैले नौकरी के नाम पर हजारों-लाखों रुपये ऐंठने वाले ठगों का मकड़जाल दूर-दराज तक फ़ैल चुका है, जो गरीब से लेकर अमीर तक और गांव से लेकर शहर तक लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाकर फरार हो जाते हैं।

ऐसे ही गैंग्स ऑफ ठग का अमृत विचार आज पर्दाफाश कर रहा है। दरअसल, यूपी के बरेली जनपद में बेहद शातिर ठग नौकरी के नाम पर देश के भविष्य यानी युवाओं से हजारों-लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं।

यहां भुता ब्लॉक की ग्राम पंचायत सुन्हा में ठगों ने ग्राम प्रधान राजपाल राठौर से संपर्क कर खुद को जल शक्ति विभाग का अधिकारी बताकर पहले तो अपने भरोसे में लिया, इसके बाद केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायत के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का ऑफर दिया।

यहां के युवा भी ठगों की बात में आ गए। फिर क्या ठगों ने भी हर एक अभ्यर्थी से 50-50 हजार रुपए की अवैध वसूल की। यह मोटी रकम एक-दो युवा से नहीं, बाकि तकरीबन 10 बेरोजगार युवाओं से ग्राम पंचायत में बनने वाली पानी की टंकी पर नौकरी दिलाने के नाम पर वसूल की गई।

भरोसा दिया गया कि एक महीने के अंदर ज्वाइनिंग के साथ 15-20 हजार रुपये तक प्रति महीना वेतन दिलाने का सुनहरा सपना दिखाकर नौकरी दिलाने का वादा किया। इस मामले में पीड़ित युवाओं और उनके परिजनों ने बताया कि ठगों ने ग्राम प्रधान के जरिए उनसे 50-50 हजार रुपये लिए हैं। और एक महीने में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन कई हो जाने के बावजूद कोई सुराग नहीं लगा है। पीड़ितों में कुछ लोगों ने बताया कि दिहाड़ी मजदूरी कर इकट्ठे किए गए कुछ रुपये के अलावा इधर-उधर से उधार लेकर रुपये इकट्ठे कर दिए गए।

वहीं, ग्राम पंचायत के रहने वाले विनोद नाम के एक वकील जो बरेली कलेक्ट्रेट पर प्रैक्टिस करते हैं, इन ठगों के जाल में फंसकर उनकी ठगी का शिकार हुए हैं। इस पूरे मामले पर ग्राम प्रधान राजपाल राठौर ने बताया कि बाइक पर सवार होकर आए दो लोगों ने खुद को जल शक्ति विभाग का अधिकारी बताकर परिचय दिया, उन्होंने अपने कार्यालय बरेली के सुभाषनगर इलाके में होने की बात कही। जिन्हें घर पर नाश्ता-पानी कराया गया।

जिसके बाद वह कुछ महीनों में कई बार आए और उन्होंने ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत बनने वाली पानी की टंकी में 10 लोगों की नौकरी लगने की बात कही, जिनमें से 5 की ड्यूटी रात तो 5 की दिन में होगी ऐसी जानकारी दी। जिन्होंने नौकरी लगवाने के नाम पर 10 बेरोजगारों से मोटी रकम वसूल की।

जिसके बाद आज तक न ही गांव आए और न ही नौकरी ही लगवाई। ग्राम प्रधान ने बताया कि ब्लॉक की ग्राम पंचायत सिमरा बहोर नगला, गजनेरा, भवनपुर न्यामतुल्ला समेत कई गांव में लोगों की नौकरी लगवाने की बात कही थी। राजपाल ने बताया कि दोनों की शर्ट पर जल जीवन मिशन का लोगो और गले में आईकार्ड पड़े हुए थे।

ग्राम पंचायतों में पानी की टंकी बनाने वाली एनसीसी लिमिटेड कंपनी के अधिकारी ने बताया कि उनकी तरफ से एक ग्राम पंचायत में एक व्यक्ति को कंट्रक्शन वर्क के दौरान रखा गया है, लेकिन अन्य नौकरी और वसूली के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं जल शक्ति विभाग बरेली के सहायक अभियंता अतुल त्यागी ने बताया कि उनके विभाग की तरफ से ऐसी कोई भर्ती नहीं निकली है।

 

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