NDA में मचा घमासान! एक इस्तीफे से बिहार की सियासत ने लिया नया मोड़
पटना। नीतीश कुमार के पूर्व करीबी RCP सिंह को JDU ने राज्यसभा नहीं भेजा। जिससे उनको मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। RCP सिंह ने शनिवार को JDU से इस्तीफा दे दिया, जिसकी वजह से बिहार की सियासत में घमासान मच गया। नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह कभी एक दूसरे के सबसे करीबी और …
पटना। नीतीश कुमार के पूर्व करीबी RCP सिंह को JDU ने राज्यसभा नहीं भेजा। जिससे उनको मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। RCP सिंह ने शनिवार को JDU से इस्तीफा दे दिया, जिसकी वजह से बिहार की सियासत में घमासान मच गया। नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह कभी एक दूसरे के सबसे करीबी और सबसे भरोसेमंद साथी थे। लेकिन अब दोनों नेताओं में सियासी अदावत शुरू हो गई है। नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के सियासी कलह देखने को मिल रहा है।
जेडीयू के कद्दावर नेताओं में से एक आरसीपी सिंह का राज्यसभा कार्यकाल पूरा हुआ तो जेडीयू ने तीसरी बार उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया। जिसकी वजह से उनको मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। उपेंद्र कुशवाहा ने 26 जुलाई को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को जमीन खरीद की लिस्ट के साथ पत्र लिखा था। पूर्व केंद्रीय मंत्री को संबोधित करते हुए, कुशवाहा ने लिखा- नालंदा के दो दोस्तों ने मुझे लिखित शिकायत की है कि आपने 2013 और 2022 के बीच बड़ी संपत्ति जमा की है।
वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने 6 अगस्त को कहा था, ‘हमारे नेता नीतीश कुमार ने आप पर विश्वास किया और आपको पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का प्रमुख पद दिया। आपको दो बार राज्यसभा भेजा और आपने केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया। आप यह भी जानते हैं कि नीतीश कुमार का लंबा राजनीतिक करियर बेदाग रहा है और उन्होंने अपने लिए कोई संपत्ति जमा नहीं की है। पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि आप अपने खिलाफ शिकायत का बिंदुवार जवाब दें।
ये भी पढ़ें – MP निकाय चुनाव: BJP को मिली एतिहासिक सफलता, 35 निकायों में 32 पर पार्टी की विजय
