लखीमपुर-खीरी: खून पसीने से बनाया था घरौंदा अब उन्हीं हाथो से तोड़ रहे कटान पीड़ित
धौरहरा/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। घाघरा नदी हर साल धौरहरा क्षेत्र में कहर बरपाती है। तमाम घर और कृषि योग्य भूमि नदी में समाती है। हर बार जन प्रतिनिधि कटान से स्थाई निजात दिलाने का वायदा करते है, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन के नाम पर छला जाता है। बरसात आने पर ही कटान पीड़ितों की …
धौरहरा/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। घाघरा नदी हर साल धौरहरा क्षेत्र में कहर बरपाती है। तमाम घर और कृषि योग्य भूमि नदी में समाती है। हर बार जन प्रतिनिधि कटान से स्थाई निजात दिलाने का वायदा करते है, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन के नाम पर छला जाता है। बरसात आने पर ही कटान पीड़ितों की याद आती है।
बाढ़ खण्ड के प्रयासों के बाद नदी ने कटान कम कर दिया, लेकिन नदी धान, गन्ना लगी फसलों सहित कृषि योग्य भूमि को निगल रही हैं।
धौरहरा तहसील क्षेत्र के करीब पांच गांवों में घाघरा नदी आबादी का कटान कर तांडव मचा रही है। रमियाबेहड़ व ईसानगर ब्लाक में नदी कटान कर रही है।
एक सप्ताह में घाघरा नदी कटान कर दोनों ब्लाकों के करीब दो दर्जन घरों को अपने आगोश में ले चुकी है। जिनके घर कटान के मुहाने पर हैं। वह लोग खून पसीने से बनाए गए कच्चे व पक्के मकानों को अपने हाथों ही तोड़ रहे हैं। हालांकि बाढ़ खण्ड द्वारा किए जा रहे बचाव अभियान के बाद घाघरा नदी ने आबादी में कटान तो कम कर दिया है, लेकिन नदी ने रामनगर बगहा के गोड़ियाना, कैराती पुरवा, मिश्रगांव और जमदरी में कृषि योग्य भूमि का कटान शुरू कर दिया।
नदी किनारे बने घरों पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है। रामनगर बगहा के गोड़ियाना में घाघरा नदी ने अन्नूलाल का घर अपने आगोश में ले लिया है, जबकि राम लखन, बचनू, राम निवास, राधेश्याम, अशर्फी, मनोज , राजेश, अयोध्या के घर निशाने पर हैं। वहीं गंगाराम, नरायन, रमाशंकर इस्लाम, अयोध्या, मुन्नीलाल, मनोज के गन्ना धान लगी कृषि योग्य भूमि नदी में समा गई है ।
घाघरा नदी ने ईसानगर ब्लाक के कैराती पुरवा में केशव राम, राधेश्याम, किशुन बिहारी, रामेश्वर, शंकर कैलाश, बालक राम, अवधराम, रामधार, मैकू लाल, रामू, पच्चू, बोधनरायन सहित करीब बीस किसानों की खून पसीने की कमाई से उगाई गई फसलों के साथ जमीन अपने आगोश में ले लिया है। ईसानगर ब्लाक के जमदरी गांव में चार किसानों की कृषि योग्य भूमि नदी में समा गई है।
कटान प्रभावित सभी गांवों में बाढ़ खण्ड द्वारा बचाव कार्य करवाए जा रहे हैं। कटान थमा है। कटान पीड़ितों का सर्वे करवाया जा रहा है। सभी को अहेतुक सहायता राशि दिलाई जाएगी। —धीरेंद्र सिंह, एसडीएम धौरहरा
कैराती पुरवा में बचाव कार्य किया जा रहा है। जिससे कटान रुका है। कटान रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
—रविन्द्र कुमार जेई, बाढ़ खण्ड शारदा नगर
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