बदायूं: छेड़छाड़ के आरोप में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पर FIR, जानें पूरा मामला

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बदायूं, अमृत विचार। विकास क्षेत्र जगत के एक संविलियत विद्यालय के शिक्षिका ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष, प्रांतीय प्रचार मंत्री प्रधानाध्यापक संजीव कुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी। कोतवाली सिविल लाइन में छेड़छाड़ करने, जातिसूचक शब्दों के प्रयोग करने समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ …

बदायूं, अमृत विचार। विकास क्षेत्र जगत के एक संविलियत विद्यालय के शिक्षिका ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष, प्रांतीय प्रचार मंत्री प्रधानाध्यापक संजीव कुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी। कोतवाली सिविल लाइन में छेड़छाड़ करने, जातिसूचक शब्दों के प्रयोग करने समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ सिटी मामले की जांच करेंगे।

विकास क्षेत्र जगत के एक संविलियत विद्यालय में तैनात शिक्षिका ने संजीव कुमार शर्मा पर आरोप लगाते हुए कोतवाली सिविल लाइन में तहरीर दी। बताया कि जिलाध्यक्ष का व्यवहार अच्छा नहीं है। वह बिना मोबाइल के अपने कक्ष में बुलाते हैं। गलत तरीके से पेश आते हैं। अश्लील हरकत करते हैं।

शिक्षिका ने विरोध किया और चेतावनी दी। इसके बाद सुधार नहीं हुआ। शिक्षिका को शिक्षक संघ के कार्यालय मालवीय अध्यापक आवास गृह पर बुलाया। शिक्षिका ने मना किया तो जिलाध्यक्ष ने कहा कि मिलकर नहीं चलोगी तो नौकरी नहीं कर पाओगी। नौकरी छोड़नी पड़ जाएगी। साथ ही जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। शिक्षिका का आरोप है कि जिलाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने छह मर्डर किए हैं। जिलाध्यक्ष कहते हैं कि पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा उनके रिश्तेदार हैं। बीएसए उनके मौसा हैं।

अब डायट के प्राचार्य भी उनकी जाति के आ गए हैं। शिक्षिका ने बताया कि जिलाध्यक्ष ऐसे काम कराते हैं जो शिक्षिका के कार्यक्षेत्र में नहीं आते। उन्होंने विद्यालय को राजनीति का अड्डा बना दिया है। वह कभी भी समय से विद्यालय नहीं आते। किसी कक्ष में भी शिक्षण कार्य नहीं करते। कई-कई दिनों तक विद्यालय से गायब रहते हैं और उपस्थिति रजिस्टर में एक साथ हस्ताक्षर कर देते हैं।

धमकी देते हैं कि विद्यालय उनके नियम से ही चलते हैं। यहां किसी अधिकारी की नहीं चलती। लोग डरकर उनके खिलाफ नहीं बोलते। जिलाध्यक्ष अक्सर ही किसी कार्यक्रम में विद्यालय के समय के बाद बैठाकर रखते हैं। इन हरकतों की वजह से शिक्षिका ने खुद को डिप्रेशन का शिकार बताया।

शिक्षिका ने तहरीर में इस बात का जिक्र किया कि उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ेगी या जान देनी पड़ेगी। जिससे परेशान होकर शिक्षिका 23 जुलाई को अपने घर चली गई। अब दोबारा विद्यालय नहीं आएगी। शिक्षिका ने अमानवीय व्यवहार करने और मानसिक, शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। शिक्षिका की तहरीर पर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पर छेड़छाड़ करने, एससी-एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ सिटी आलोक मिश्रा मामले की जांच करेंगे।

शिक्षिका की शिकायत पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ रिपार्ट दर्ज की कर ली गई है। मामले की जांच की जाएगी। सीओ सिटी को जांच अधिकारी नामित किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी—अमित किशोर श्रीवास्तव, एसपी सिटी।

विभागीय जांच चल रही है। इसके बाद भी रिपोर्ट दर्ज हुई। दोष बस इतना है कि शिक्षिका से समय से विद्यालय आकर बच्चों को पढ़ाने को कह दिया था। इसी बात को लेकर यह सब हुआ है और आरोप लगाए जा रहे हैं—संजीव कुमार शर्मा, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ।

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