मुरादाबाद जेल में चरस ‘बो’ रही आदर्श उर्फ भातू कालोनी!
मुरादाबाद,अमृत विचार। नशीले कारोबार के लिए कुख्यात भातू कालोनी की धाक व धमक मुरादाबाद कारागार तक है। कारागार की महफूज चहारदीवारी भेदकर नशीले पदार्थों की तस्करी हो रही है। तस्करी की ठेकेदारी फिलवक्त भातू कालोनी के लोगों के हाथ में है। यहां के बाशिंदे कारागार में कैद परिजनों की मदद से जेल में नशे का …
मुरादाबाद,अमृत विचार। नशीले कारोबार के लिए कुख्यात भातू कालोनी की धाक व धमक मुरादाबाद कारागार तक है। कारागार की महफूज चहारदीवारी भेदकर नशीले पदार्थों की तस्करी हो रही है। तस्करी की ठेकेदारी फिलवक्त भातू कालोनी के लोगों के हाथ में है। यहां के बाशिंदे कारागार में कैद परिजनों की मदद से जेल में नशे का व्यापार कर रहे हैं। वहां नशे की मुंहमांगी कीमत मिल रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि जेल की जड़ तक पहुंचे नशे के काले कारोबार की भनक उस प्रशासनिक अमले को भी नहीं है, जो पाक्षिक व मासिक निरीक्षण के बाद जेल प्रशासन अर्से से क्लीन चिट देकर लौटता है।
सिविल लाइंस की रेल चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार ने रविवार को थाने की जीडी में जो सूचना दर्ज की, वह न सिर्फ जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि इसकी भी तस्दीक करती है कि नशे के कारोबारियों की पहुंच कारागार तक है। मुलाकात की आड़ में विचाराधीन कैदियों के परिजन नशे के सामान की तस्करी कर रहे हैं।
दारोगा ने जीडी में दर्ज सूचना की मदद से उच्चाधिकारियों को बताया कि जेल कर्मियों ने रविवार को एक मुलाकाती को दबोचा। कैदी से मुलाकात के दौरान युवक पर जेल कर्मियों की निगाह गई। जांच में पता चला कि युवक ने अपनी चप्पल में चरस छिपाकर रखा था। वह कैदी को चरस देने की कोशिश कर रहा था। भनक लगते ही जेल अधिकारियों ने युवक को अपने कार्यालय में बुला लिया। सूचना सिविल लाइंस थाने को दी गई। दरोगा के पहुंचते ही जेल प्रशासन दबाव के खेल में जुट गया। युवक की गिरफ्तारी जेल के बाहर दिखाने का दबाव दरोगा पर बनाया गया। जेल प्रशासन व पुलिस के बीच शुरू खेल का लाभ तस्कर को मिला। आरोपी युवक दोनों ही पक्षों की आंख में धूल झोंक साक्ष्य समेत फरार हो गया। युवक की फरारी के बाद दरोगा ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। फिर थाने लौट कर उन्होंने पूरी घटना जीडी में दर्ज की। जीडी में दर्ज सूचना जेल प्रशासन की गतिविधियों पर सवाल खड़े करती है।
शासन ने शुरू की जांच
मुरादाबाद कारागार में नशे का कारोबार होने के संदेह में शासन ने जांच शुरू कर दी है। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि पूरी घटना से शासन को अवगत कराया जा चुका है। मामले का संज्ञान लेते हुए शासन ने मुरादाबाद कारागार प्रशासन की भूमिका की जांच शुरू की है। एसएसपी ने माना कि बीते कुछ दिनों में नशे के बड़े कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाकर पुलिस ने कार्रवाई की। तीन दर्जन नामी गिरामी तस्कर फिलहाल मुरादाबाद कारागार में हैं। रही बात भातू कालोनी की जेल तक नशे की खेप पहुंचाने की हो इस आशंका व संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। पुलिस ने नए सिरे से जेल व इसके आसपास अपनी नजर रखनी शुरू कर दी है। नशे की तस्करी में जो भी लोग लिप्त मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए उचित कदम उठाया जाएगा।
नशे के कारोबारियों की कारगुजारी हो चुकी है उजागर
जेल में नशे का कारोबार नया नहीं है। पूर्व में ऐसी कई घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं, जो जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करती हैं। 31 मई 2022 को मझोला क्षेत्र की मंसूरी कालोनी निवासी हैदर अली की पत्नी शबनम जिला कारागार के गेट में पकड़ी गई। शबनम के पास से नशे की गोलियां बरामद हुईं। नशे की गोलियां बैग में छिपाकर रखी गई थीं। तीन नवंबर, 2021 को सम्भल के चंदौसी के सीकरी गेट निवासी जावेद चप्पल में चरस की पुड़िया लेकर जेल में घुसने की जुगत लगा रहा था। सुरक्षाकर्मियों ने जब उसे चप्पल उतारने को कहा तो वह घबराकर भागने लगा। दोनों आरोपी मौके से पकड़े गए।
पुलिस के लिए सिरदर्द बने भातू कालोनी के लोग
मुरादाबाद में नशे की राजधानी कही जाने वाली भातू कालोनी के लोग लगातार नकेल कसे जाने के बाद भी चुप बैठने को तैयार नहीं है। नशे के कारोबारियों ने पूरे खेल में बीवी व बच्चों तक को झोंक दिया है। सूत्रों के दावों पर यकीन करें तो भातू कालोनी के लगभग एक दर्जन युवक हाल के दिनों में नशे की तस्करी के आरोप में जेल भेजे गए। इनके परिजन जब जेल में मुलाकात करने आते हैं, तो वह साथ में नशे का सामान भी लाते हैं। परिजनों से नशे का सामान पाते ही नशे के सौदागार जेल में अपनी करामात शुरू कर देते हैं। ऊंचे व मुंहमांगी कीमत पर वह जेल में नशे का व्यापार करते हैं। हालांकि जेल प्रशासन ऐसे दावों से नाइत्तेफाकी की बात करते हुए खुद के दामन को पाक साफ बताने में गुरेज नहीं करता।
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : फौजी की बेटी ने मौसा के मंसूबे पर फेरा पानी, जानें पूरा मामला
