लखनऊ : मंकी पॉक्स संक्रमित के सम्पर्क में आने से बढ़ेगा खतरा

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ। कोरोना वायरस का प्रकोप अभी थमा नहीं था कि मंकीपॉक्स ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब तक भारत के चार लोगों में इसकी पुष्टि हो गई है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। जल्दी मरीजों में मंकीपॉक्स जैसेलक्षण मिल रहे हैं, की जांच हो रही है। …

लखनऊ। कोरोना वायरस का प्रकोप अभी थमा नहीं था कि मंकीपॉक्स ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब तक भारत के चार लोगों में इसकी पुष्टि हो गई है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। जल्दी मरीजों में मंकीपॉक्स जैसेलक्षण मिल रहे हैं, की जांच हो रही है। वहीं, चिकन पॉक्स ग्रस्त मरीजों की जांच के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं। विशेषज्ञ मंकीपॉक्स वायरस के खतरों के बारे में बताते हुये, लोगों को इससे सर्तक रहने के लिए आगाह कर रहे हैं।

वायरस ज्यादा लोगों में फैलने के कम आसार

एसजीपीजीआई के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. उज्जला घोसाल बताती हैं कि कोरोना एक आरएनए वायरस था,इसमें म्यूटेंट ज्यादा था इस वजह से यह तेजी से लोगों में फैल रहा था। यही कारण है की वायरस ने कम समय में ज्यादा लोगों पर अपनी जद में लिया था। वहीं, मंकीपॉक्स एक डीएनए वायरस है, इसलिए इसके फैलने के आसार कम है। जिस कारण कोरोना की अपेक्षा इस वायरस की जद में कम लोग आएंगे।

लेकिन सावधानी रखना जरूरी है। केजीएमयू के फिजियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.नरसिंह वर्मा के मुताबिक यह वायरस कोरोना वायरस के जैसे नहीं फैलता है। यह वायरस किसी भी संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आने से ही फैलेगा। जैसे की स्किन टू स्किन टच होने, संक्रमित मरीज के कपड़े ,बर्तन या विस्तर का इस्तेमाल करने से फैलेगा, ऐसे में कोशिश करनी चाहिए की संक्रमित मरीज के रैशेज या स्किन को टच न करें।

यह भी पढ़ें:- बरेली: मंकीपॉक्स को लेकर शासन सतर्क, बनेगा अलग वार्ड

संबंधित समाचार