हल्द्वानी: नलकूपों ने सात महीने में फूंक दिए 70 लाख
हल्द्वानी, अमृत विचार। जलसंस्थान के नलकूपों ने सात महीने में 70 लाख रुपये से ज्यादा फूंक दिए। जनवरी से अब तक 43 नलकूपों का धुआं निकला। दो महीने से भी ज्यादा का राजस्व आधी साल में नलकूपों को ठीक करने में ही खर्च हो गए। इतने नुकसान के बावजूद जल संस्थान नलकूपों को दुरुस्त रखने …
हल्द्वानी, अमृत विचार। जलसंस्थान के नलकूपों ने सात महीने में 70 लाख रुपये से ज्यादा फूंक दिए। जनवरी से अब तक 43 नलकूपों का धुआं निकला। दो महीने से भी ज्यादा का राजस्व आधी साल में नलकूपों को ठीक करने में ही खर्च हो गए। इतने नुकसान के बावजूद जल संस्थान नलकूपों को दुरुस्त रखने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना पाया है।
जल संस्थान करीब शहर व गांव की पांच लाख की आबादी 87 नलकूपों और 37 ओवर हेड टैंकरों के द्वारा पानी की सप्लाई करता है। उसके पास 77 हजार पेयजल कनेक्शन हैं। इनसे हर महीने 30 से 33 लाख रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य रहता है। वहीं एक नलकूप खराब होने का औसतन खर्च डेढ़ लाख से पौने दो लाख रुपये तक आ जाता है।
विभागीय जानकारी के अनुसार लोडिंग लिफ्टिंग में 50 हजार से ज्यादा, जबकि एक से सवा लाख रुपये रिपेयरिंग का खर्चा आता है। इस हिसाब से 43 नलकूपों का खर्चा जोड़ा जाए तो जनवरी से जुलाई तक नलकूपों को ठीक करने में 70 लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं।
गर्मी में क्यों ज्यादा फुंकते हैं नलकूप
नलकूप ठप होने की ज्यादा वजह अर्थिंग सामने आती है। विभागीय जानकारी के अनुसार कई बार लोडिंग-लिफ्टिंग में वायर (तार) की प्लास्टिक रगड़ जाती है। गर्मी में लोड ज्यादा होता है और मोटर भी जल्द गर्म होती है। ऐसे में वायर की प्लास्टिक पिघल जाती है। उसके बाद खुले तार पर पानी का संपर्क होता और फिर अर्थिंग आने से मोटर खराब हो जाती है। दूसरी वजह मोटर जाम होने की भी सामने आती है, लेकिन ऐसे मामले कम हैं।
भीषण गर्मी के चार महीनों में 70 फीसदी नलकूप फुंके
2022 के सात महीनों में सबसे ज्यादा नलकूप भीषण गर्मी के महीनों में ही फुंके हैं। गर्मी के चार महीनों में कुल फुंके नलकूपों में 70 फीसदी का धुआं निकला है। आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से जुलाई तक 30 नलकूप फुंके, जिसमें अप्रैल में सात, मई में नौ, जून में पांच और जुलाई में नौ नलकूप खराब हुए। वहीं जनवरी में पांच, फरवरी में चार, मार्च में चार नलकूप खराब हुए।
कहां कब फुंके नलकूप
नलकूप तारीख
जगदंबा नगर 2 जनवरी
खाम बंगला 9 जनवरी
लोहरियासाल मल्ला 17 जनवरी
हिम्मतपुर मल्ला 21 जनवरी
आदर्श नगर 25 जनवरी
ऊंचापुल 17 फरवरी
देवेंद्रपुरी पीलीकोठी 18 फरवरी
लटूरिया बाबा 25 फरवरी
लामाचौड़ 26 फरवरी
भूमिया मंदिर 01 मार्च
रामड़ी जसवा 04 मार्च
विदरामपुर कालाढूंगी 19 मार्च
चौसला फतेहपुर 25 मार्च
ताज चौराहा 05 अप्रैल
आजाद नगर 13 अप्रैल
कुसुमखेड़ा 12 अप्रैल
नर्सिंग मल्ला 15 अप्रैल
गौजाजाली विचला 14 अप्रैल
हाइडिल गेट 25 अप्रैल
फ्रेंड्स कॉलोनी 30 अप्रैल
भगवान गौड़गांजा 05 मई
नीलियम कॉलोनी 03 मई
अंबा कॉलोनी 08 मई
लामाचौड़ कुरिया गांव 10 मई
महिला कॉलेज 17 मई
जल संस्थान कैंपस 18 मई
बच्ची नगर 20 मई
साथी फार्म 25 मई
बच्ची नगर 27 मई
रामणी जसवा 01 जून
इंदिरा नगर 02 जून
गौड़गांजा 03 जून
अनुपम विहार 07 जून
घुनी नंबर 1 09 जून
तल्ली बमोरी 07 जुलाई
इंदिरा नगर 07 जुलाई
विदरामपुर नया गांव 11 जुलाई
लटूरिया बाबा 11 जुलाई
सुभाष नगर 11 जुलाई
देवपुर कुरिया 12 जुलाई
देवखड़ी बंदोबस्ती 12 जुलाई
देवनगर 12 जुलाई
खाम बंगला 18 जुलाई
गर्मी के मौसम में लोड अधिक होने की वजह से नलकूप खराब होते हैं। कोशिश की जाती है कि उन्हें जल्द ठीक कर लिया जाए। सर्दी के मौसम में यह समस्या कम हो जाती है।
– एसके श्रीवास्तव, ईई, जल संस्थान
