हल्द्वानी: 138 करोड़ रुपये खर्च कर हर घर पानी पहुंचाएगा जलसंस्थान
मनीष तिवारी, हल्द्वानी। पांच लाख की आबादी वाले हल्द्वानी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर पानी पहुंच सकेगा। यह दावा जल संस्थान की ओर से किया गया है। विभाग इसके लिए 138 करोड़ रुपये खर्च करने जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत 59 योजनाओं में इस बजट से पानी की लाइनें, नलकूप …
मनीष तिवारी, हल्द्वानी। पांच लाख की आबादी वाले हल्द्वानी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर पानी पहुंच सकेगा। यह दावा जल संस्थान की ओर से किया गया है। विभाग इसके लिए 138 करोड़ रुपये खर्च करने जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत 59 योजनाओं में इस बजट से पानी की लाइनें, नलकूप और ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे।
तकरीबन पचास साल पुरानी सीमेंट और पीवीसी यानी प्लास्टिक की लाइनों से की जा रही पानी की सप्लाई को अक्सर शिकायतें रहती हैं। इन लाइनों में लीकेज तो कभी इनके चोक होने और आबादी बढ़ने के कारण कम क्षमता की पाइप लाइन की समस्या बनी रहती है। वर्तमान में नलकूपों और ओवरहेड टैंकों की संख्या भी आबादी के मुकाबले कम पड़ जाती है।
गर्मी में तो आए दिन अलग-अलग क्षेत्रों में हाहाकार मचना आम हो ही जाता है, जाड़ों और बरसात के मौसम में भी अक्सर लोग पानी के लिए भटकने को मजबूर होते हैं। केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन स्कीम के तहत विभाग ने 59 प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसमें पानी की लाइनों के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में 14 नलकूप और 24 ओवर हेड टैंकर बनाने की योजना है। दो साल के भीतर इन प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मानक के अनुसार नहीं मिल पाता पानी
विभाग के अनुसार प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी प्रतिदिन सप्लाई का मानक है। करीब पांच लाख की आबादी हल्द्वानी शहर और ग्रामीण क्षेत्र में आंकी जाती है। विभाग केवल 3.75 लाख आबादी के हिसाब से ही पेयजल सप्लाई कर पाता है।
टैंकरों पर ही निर्भर हैं ये क्षेत्र
दमुवाढूंगा, गणपति विहार, साईं मंदिर, भरतपुर, नंदपुर, टेंपो स्टैंड, मल्ला, जेडीएस, प्रेस वाली गली, जोशी कॉलोनी, सुयाल कॉलोनी, पीपल पोखरा आदि।
यहां पहले ग्राउंड टैंक और फिर भरता है ओवर हेड टैंक
शहर में चार क्षेत्र ऐसे हैं जहां दो बार पंपिंग होती है। पहले ग्राउंड टैंक में पानी भरा जाता है और फिर उसके बाद उस स्टोर किये गये पानी को ओवर हेड टैंक तक पहुंचाया जाता है। इस समस्या के कारण अक्सर नलकूप पर भार ज्यादा पड़ता है और उसके खराब होने की समस्याएं आती रहती हैं। विभाग के अनुसार यह स्थिति सुयाल कॉलोनी, गणपति विहार, जोशी कॉलोनी और दमुवाढूंगा में है। इस योजना से इन क्षेत्रों की समस्याएं भी निस्तारित करने की बात कही जा रही है।
संसाधनों की वर्तमान स्थिति
77 हजार कनेक्शन हैं
87 नलकूप से आता है पानी
37 ओवर हेड टैंकों में स्टोर होता है
90 एमएलडी पानी की है आवश्यकता
73 एमएलडी पानी ही मिल पाता है
कहां से कितनी होती है सप्लाई
32 एमएलडी गौला बैराज से
38 एमएलडी नलकूपों से
03 एमएलडी शीतलाहाट पेयजल योजना से
जल जीवन मिशन के तहत 59 प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। 138 करोड़ रुपये के खर्च से इसमें पेयजल लाइनें, ओवर हेड टैंक, नलकूप आदि काम किए जाने हैं। 56 के टेंडर हो गए हैं, तीन को तकनीकी मंजूरी के लिए भेजा गया है।
– एसके श्रीवास्तव, ईई, जल संस्थान
