पाकिस्तान की दो महिलाओं ने भारतीय सैनिक को हनीट्रैप में फंसाया, हासिल की सीक्रेट जानकारी, जवान अरेस्ट

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जयपुर। भारतीय सैनिक शांतिमॉय राणा को हनीट्रैप होने के बाद दो पाकिस्तानी महिला एजेंट को सेना से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने के आरोप में जयपुर (राजस्थान) में गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंट गुरनूर कौर उर्फ अंकिता व निशा ने सोशल मीडिया के …

जयपुर। भारतीय सैनिक शांतिमॉय राणा को हनीट्रैप होने के बाद दो पाकिस्तानी महिला एजेंट को सेना से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने के आरोप में जयपुर (राजस्थान) में गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंट गुरनूर कौर उर्फ अंकिता व निशा ने सोशल मीडिया के ज़रिए जवान से संपर्क किया था।

जवान वॉट्सऐप चैट और वीडियो कॉल के जरिए उनके संपर्क में था और संवेदनशील सूचनाएं भेज रहा था। आरोपी सैन्यकर्मी शांतिमोय राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह जवान जयपुर छावनी में तैनात था। सीआईडी इंटेलिजेंस लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। पाक एजेंटों ने रुपए का लालच देकर उससे इंडियन आर्मी से जुड़ी जानकारी हासिल की। सीआईडी ने उसे 25 जुलाई को हिरासत लिया था, शुरुआती पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि सेना और पुलिस पूछताछ में 24 वर्षीय शांतिमोय ने कबूल किया कि वह काफी समय से सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में था। पश्चिम बंगाल में बांकुड़ा जिले के कंचनपुर का रहने वाला शांतिमोय मार्च 2018 से भारतीय सेना में भर्ती हुआ था।

दो पाकिस्तानी महिला खुफिया एजेंटों ने इंडियन आर्मी के एक जवान को हनीट्रैप में फंसाया, सोशल मीडिया के जरिए उससे भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां मंगवाईं।

अभी तक जांच-पड़ताल में सामने आया है कि एक पाकिस्तान महिला एजेंट ने उसे अपना नाम गुरनुर कौर उर्फ अंकिता बताया। कहा कि वह शाहजहांपुर (उत्तरप्रदेश) की रहने वाली है। शाहजहांपुर में ही मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में काम करती है। दूसरी महिला निशा ने खुद को मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में बताया था। इन महिलाओं ने शांतिमोय को हनीट्रैप में फंसाकर उसे पैसों का भी लालच दिया। उससे रेजीमेंट के सेंसटिव व गोपनीय डॉक्यूमेंट्स और युद्धाभ्यास के वीडियो मंगवाए। बताया जा रहा है कि इसके एवज में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर आरोपी जवान के बैंक खाते में रुपए भी भेजे गए।

इंटेलिजेंस ने जवान का मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण अपने कब्जे में लेकर उनकी जांच शुरू कर दी है। शांतिमोय ने बताया कि युवती उसे फंसाने के लिए वीडियो कॉल कर उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल करती थी।

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