ये कैसी शराबबंदी ! गुजरात में जहरीली शराब से अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत, 45 की हालत गंभीर
अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक करीब 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं, 45 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। सोमवार को इस केस में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने देर रात शराब बनाने वाले मुख्य आरोपी को …
अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक करीब 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं, 45 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। सोमवार को इस केस में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने देर रात शराब बनाने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शराब फैक्ट्री में मेथनॉल की आपूर्ति की जा रही थी। ये केमिकल अहमदाबाद से सीधे सप्लाई किया जाता था। इधर, जिले के प्रभारी मंत्री वीनू मोरदिया ने कहा है कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगाी।
मंत्री वीनू मरोदिया ने कहा कि ये घटना दुखद है और शर्मनाक। हम इसकी जांच करेंगे कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में शराब कैसे और कौन बेच रहा है? गुजरात में 1960 से ही शराबबंदी लागू कर दी गई थी। 2017 में गुजरात सरकार ने शराबबंदी से जुड़े कानून को और कठोर कर दिया था। इसके तहत अगर कोई गैरकानूनी तरीके से शराब की बिक्री करता है, तो उसे 10 साल कैद और 5 लाख रुपए जुर्माने की सजा हो सकती है।
डॉ. राकेश जोशी (चिकित्सा अधीक्षक, सिविल अस्पताल, अहमदाबाद, गुजरात) ने बताया कि कल रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक करीब 12 लोगों को सिविल अस्पताल लाया गया है और इनमें से 6 लोग बिल्कुल स्वस्थ हैं लेकिन निगरानी की जा रही है और बाकि 6 लोगों का इलाज किया जा रहा है कोई भी ज्यादा गंभीर नहीं है।
बोटाद पुलिस के मुताबिक जहरीली शराब का शिकार हुए सभी लोगों ने रविवार की रात रोजिद के पास बसे नभोई गांव में जाकर शराब पी थी। सोमवार सुबह सभी को पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं। परिवार के लोग इन्हें अस्पताल ले गए। दो लोगों की सुबह ही मौत हो गई थी, इसके बाद इलाज के दौरान एक-एक करके 6 और लोगों ने दम तोड़ दिया।
सरकार ने जांच के लिए DSP रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच सौंपी है। इसके लिए SIT का गठन किया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि रोजिंद, अणीयाणी, आकरु, चंदरवा और उंचडी गांव के लोग इसकी चपेट में आए हैं।
गुजरात पुलिस का दावा है कि मारे गए लोगों ने शराब नहीं सीधा केमिकल पिया था। पुलिस ने बताया कि ये पूरी साजिश तीन लेयर में रची गई। पुलिस के मुताबिक, ईमोस कंपनी मिथाईल के बिजनेस से जुड़ी है। ईमोस कंपनी के गोदाम मैनेजर जयेश उर्फ राजू की संदिग्ध भूमिका बताई जा रही है। राजू को पुलिस ने अहमदाबाद से हिरासत में लिया है। राजू ने केमिकल को गोदाम से निकाला था।
पुलिस के मुताबिक, जयेश ने अपने रिश्तेदार संजय को 60 हजार रुपए में 200 लीटर मिथाइल दिया। इसके बाद संजय, पिंटू और बाकी लोगों ने इस केमिकल से शराब न बनाकर सीधा केमिकल के पाउच ही शराब के नाम पर लोगों को दे दिए. यही केमिकल पीने से लोगों की मौत हो गई. एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, सभी पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
ये भी पढ़ें : Covid-19 Updates: देश में फिर बढ़े कोरोना के मामले, 24 घंटे में 14,830 संक्रमित मिले, 36 लोगों की मौत
