जीवन के लिये जल का महत्व समझाते हुए सीएम योगी ने की बूंद-बूंद पानी बचाने की अपील
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीवन के लिए जल के महत्व को समझाते हुए एक-एक बूंद पानी की बचत करने की अपील की है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां लोक भवन सभागार में भूजल सप्ताह के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में विशेष्र …
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीवन के लिए जल के महत्व को समझाते हुए एक-एक बूंद पानी की बचत करने की अपील की है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां लोक भवन सभागार में भूजल सप्ताह के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में विशेष्र कार्य करने वाली संस्थाओं व व्यक्तियों को सम्मानित भी किया। योगी के मुताबिक जल और जीवन के इस सम्बन्ध को सभी जानते हैं, लेकिन इसके उचित प्रबन्धन के बारे में जो प्रयास होना चाहिए, उसमें व्यक्ति चूक जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हर इंसान जल संरक्षण और संवर्धन को मिशन की तरह लेकर जल की एक-एक बूंद की कीमत को समझने लगे, तो आने वाले समय में जीव सृष्टि और जन्तु सृष्टि के लिए किसी भी प्रकार का संकट खड़ा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आवश्यकतानुसार जल का उपयोग किये जाने का आह्वान करते हुए कहा कि सभी को जल की एक-एक बूंद की कीमत को समझना होगा। पुराने सरोवर, तालाबों और कुओं को फिर से पुनर्जीवित करना होगा।
योगी ने कहा कि आज प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड़ है। स्वाभाविक रूप से पेयजल, सिंचाई व अन्य औद्योगिक उत्पादन के लिए हमारी जो आवश्यकता है, उसके लिए भूगर्भीय जल का अधिकाधिक प्रयोग किया गया है। लेकिन भूगर्भीय जल के संरक्षण के लिए किसी अभियान को जोड़ने का कार्य नहीं किया गया था। इसीलिए देश व प्रदेश में डार्क जोन की संख्या बढ़ी, खारेपन के साथ ही आर्सेनिक व फ्लोराइड की समस्या एक चुनौती के रूप में दिखायी दी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भूजल एटलस का विमोचन भी किया। भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए उत्तर प्रदेश को दिया गया सम्मान चिन्ह को मुख्यमंत्री को सौंपा गया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति अनुराग श्रीवास्तव समेत वरिष्ठ अधिकारी, स्वयं सहायता समूह के सदस्यगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
इन संस्थाओं, व्यक्तियों को मिला सम्मान
मालूम हो कि भूजल सप्ताह का आयोजन प्रदेश के सभी जिलों में 16 से 22 जुलाई के बीच किया गया था। इस अवसर पर योगी ने प्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में विशेष काम करने वाली संस्थाओं व व्यक्तियों को सम्मानित किया। इनमें परमार्थ समाज सेवी संस्थान जालौन, ग्रामीण एवं पर्यावरण विकास संस्थान बागपत, आईटीसी लि. सहारनपुर, सपोर्ट फॉर इम्प्लीमेंटेशन एण्ड रिसर्च झांसी, वॉटर ऐड इण्डिया लखनऊ, स्वप्न फाउण्डेशन लखनऊ, नीर फाउण्डेशन मेरठ संस्थाओं सहित रामवीर तवर गौतमबुद्धनगर, डॉ. वेंकटेश दत्ता लखनऊ, उमा शंकर पाण्डेय बांदा, अनुराग पटेल जिलाधिकारी बांदा और आजमगढ़ के कार्यशाला अनुदेशक कुलभूषण सिंह शामिल थे।
नहीं दिखे जलशक्ति मंत्री दिनेश खटीक
व्यवस्था पर सवाल उठाने वाला पत्र लिखकर सियासी बवाल खड़ा करने वाले जलशक्ति मंत्री दिनेश खटीक लखनऊ में शुक्रवार को आयोजित भूजल सप्ताह समापन समारोह में नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव के साथ उनका नाम भी समारोह के अतिथियों की सूची में था। इससे पहले गुरुवार की शाम को भी सिंचाई विभाग की एक बैठक में दिनेश खटीक नहीं दिखे। बैठक में योगी आदित्यनाथ, स्वतंत्रदेव सिंह और विभाग के आला अधिकारी शामिल हुए थे।
यह भी पढ़ें:-सीएम योगी ट्रांसफर विवाद के बाद आज जाएंगे दिल्ली, दोनों डिप्टी सीएम भी होंगे मौजूद
