मुरादाबाद : यूपी पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश में फेक वीडियो का इस्तेमाल, फेसबुक यूजर पर मुकदमा दर्ज

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मुरादाबाद,अमृत विचार। फेक वीडियो की मदद से यूपी पुलिस व आईपीएस अतुल शर्मा की छवि सोशल मीडिया पर धूमिल करने के आरोपी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। 24वीं वाहिनी पीएसी के आरक्षी साकेत कुमार की तहरीर पर पुलिस ने फेसबुक यूजर राम पोथीनेनी के खिलाफ आइटी एक्ट के तहत मुकदमा …

मुरादाबाद,अमृत विचार। फेक वीडियो की मदद से यूपी पुलिस व आईपीएस अतुल शर्मा की छवि सोशल मीडिया पर धूमिल करने के आरोपी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। 24वीं वाहिनी पीएसी के आरक्षी साकेत कुमार की तहरीर पर पुलिस ने फेसबुक यूजर राम पोथीनेनी के खिलाफ आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एसएसपी के आदेश पर पुलिस के आइटी सेल ने सोशल मीडिया से साक्ष्य एकत्र करते हुए आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

आरक्षी साकेत कुमार द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक दिल्ली में यूपीएससी की कोचिंग में टीचर के पद पर कार्यरत अवध ओझा ने एक वर्ष पहले यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट की। वीडियो के जरिए उन्होंने मुरादाबाद की 24वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक अतुल शर्मा को प्रयागराज का एसएसपी बताते हुए वहां हुए दंगे में 15 लोगों के मारे जाने की भ्रामक सूचना प्रसारित की।

इतना ही नहीं आइपीएस अफसर पर किंकर्तव्यविमूढ़ होने का आरोप लगाते हुए दंगे के वक्त उनके चेस खेलने में मशगूल रहने तक का आरोप मढ़ा गया। टीचर के उक्त कृत्य को उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश मानते हुए आइपीएस अतुल शर्मा ने अपनी आईडी से उक्त विडियो पर कमेंट (स्क्रीनशॉट संलग्न) किया। विडियो में निहित तथ्यों को झूठा बता कर उन्होने दावों का खंडन किया। आइपीएस द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद टीचर अवध ओझा ने यूट्यूब से अपना वीडियो डिलिट कर दिया। यहां तक कि दो से तीन घंटे तक का ओरीजनल वीडियो भी शिक्षक ने सोशल प्लेटफार्म से हटा लिया।

16 जून 2022 को मामले में अचानक नया मोड़ आया। शिक्षक के फैनपेज यूट्यूब् चैनल नेवर डाई पर भी आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट मिली। तब आइपीएस अधिकारी ने वायरल वीडियो को यूपी पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश करार देते हुए विडियो डिलिट करने व चैनल पर बैन लगाने की मांग की गई। चार जुलाई को ट्विटर यूजर श्री वर्मा के ट्विटर हैण्डल से उक्त वीडियो टि्वटर पेज पर अपलोड की गई। टि्वटर यूजर ने आइपीएस अतुल शर्मा, डीजीपी यूपी, व मुख्यमंत्री को भी पोस्ट टैग की।

पोस्ट का संज्ञान लेते दिल्ली के शिक्षक अवध ओझा ने सोशल मीडिया पर कमेंट किया। उन्होंने आइपीएस अफसर से माफी मांगते पोस्ट को रिमूव करने की बात कही। तब यूजर ने उक्त विडियो टि्वटर पेज से डिलिट कर दिया। अपनी अन्य पोस्ट भी सोशल साइट से हटा लिया। आइपीएस अफसर की शिकायत पर मुरादाबाद पुलिस की साइबर सेल ने आरोपी नेवर डाई यूट्यूब चैनल, ट्विटर यूजर श्रीवर्मा को नोटिस भी जारी की। दोबारा वीडियो सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट होने की दशा में कानूनी कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी पुलिस ने दी। उक्त वीडियो एक बार फिर फेसबुक यूजर राम पोथीनेनी के फेसबुक वाल पर मिला है।

आपत्तिजनक व फेक वीडियो की मदद से यूपी पुलिस व आइपीएस अफसर की छवि लगातार धूमिल करने की कोशिश का संज्ञान लेते हुए कांस्टेबल ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी। आरक्षी साकेत कुमार ने भ्रामक वीडियो का प्रसारण तत्काल रोकने की मांग करते हुए फेसबुक यूजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। तहरीर के आधार पर आरोपी फेसबुक यूजर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में आइटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया।

सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी का कहना है कि 24वीं वाहिनी सेना नायक अतुल शर्मा के खिलाफ झूठी सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के आरोप में आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। बार-बार आगाह करने के बाद भी सेनानायक की छवि धूमिल करने की कोशिश हो रही थी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।

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