प्रयागराज: महाधिवक्‍ता कार्यालय भवन में आग की वजह क्‍या थी, जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट

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प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज के महाधिवक्ता कार्यालय में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीएम की ओर से गठित कमेटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में इसकी आशंका जताई गई। आग की घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी ने बचाव एवं राहत कार्य तेज करने के निर्देश दे …

प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज के महाधिवक्ता कार्यालय में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीएम की ओर से गठित कमेटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में इसकी आशंका जताई गई। आग की घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी ने बचाव एवं राहत कार्य तेज करने के निर्देश दे दिए थे।

मुख्‍यमंत्री योगी ने उच्‍च स्‍तरीय जांच का निर्देश दिया था

इस घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की उच्च स्तरीय जांच के लिए भी निर्देशित किया था। इस पर डीएम संजय कुमार खत्री ने विशेष सचिव न्याय एवं अपर विधि परामर्शी उप्र शासन, एडीएम सिटी, एसपी सिटी, उप निदेशक विद्युत सुरक्षा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी की जांच कमेटी का गठन की। कमेटी में शामिल अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। सीसीटीवी कैमरों के बचे हुए फुटेज को खंगालने की कोशिश की गई। आग बुझ जाने के बाद अफसरों ने नुकसान का भी फौरी तौर पर आकलन किया। रात से सुबह तक तैनात रहे सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की गई। अधिकारियों की प्राथमिक जांच आग लगने की वजह पर ही केंद्रित रही।

जांच कमेटी की क्‍या है रिपोर्ट

अधिकारियों की बैठक हुई। देर रात बैठक खत्म हुई तो रिपोर्ट शासन को भेजी गई। डीएम ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि मुताबिक कार्यालय बंद होने के बाद पंखा, एसी, बल्व, ट्यूट लाइट व एलईडी को चालू हालत में छोड़ देने के कारण अस्थायी फ्लेक्सिबल केबलों में से क्षतिग्रस्त इंशूलेशन वाला केबल शार्ट सर्किट कर जाने के कारण चिंगारी उत्पन्न हुई होगी और उससे ही आग लगना प्रतीत होता है। चूंकि तल संख्या छह, सात, आठ एवं नौ के कमरों, गैलरी व सीढिय़ों पर बेतरतीब ढंग से पत्रावलियां रखी गई थीं, जिसमें आग लगने से कम समय में लपटों ने प्रचंड रूप धारण कर लिया।

डीएम और कई मजिस्ट्रेट डटे रहे

आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही डीएम व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। डीएम ने बताया कि राहत एवं बचाव को तेज किया गया। कई विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए कई अन्य विभागों से भी दमकल वाहन बुलाए गए। दोपहर बाद तक डीएम मौके पर ही रहे। इसके अलावा कई मजिस्ट्रेट भी देर शाम तक डटे रहे।

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