मुरादाबाद : साइबर ठगी का बाजार गरम, इंस्पेक्टर समेत दो के खाते हो गए नरम
मुरादाबाद, अमृत विचार। सिलसिलेवार चल रहे जागरूकता अभियान को दरकिनार कर बैंक उपभोक्ता ही नहीं, बल्कि वर्षों तक पुलिस की सेवा दे चुके लोग भी लालच में फंसने से बाज नहीं आ रहे। साइबर ठगों द्वारा फेंके जा रहे सब्जबाग के जाल में फंस कर वह अपनी गाढ़ी कमाई पानी की तरह लुटा रहे हैं। …
मुरादाबाद, अमृत विचार। सिलसिलेवार चल रहे जागरूकता अभियान को दरकिनार कर बैंक उपभोक्ता ही नहीं, बल्कि वर्षों तक पुलिस की सेवा दे चुके लोग भी लालच में फंसने से बाज नहीं आ रहे। साइबर ठगों द्वारा फेंके जा रहे सब्जबाग के जाल में फंस कर वह अपनी गाढ़ी कमाई पानी की तरह लुटा रहे हैं। साइबर ठगी की दो घटनाएं रविवार को मुरादाबाद में प्रकाश में आईं। दोनों ही घटनाओं में अभियोग दर्ज कर पुलिस ठगों की तलाश में जुटी है।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के ग्राम नंगला काजी निवासी उदयवीर सिंह के मुताबिक वह यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर हैं। उनकी तैनाती फिलहाल एटा में है। 15 जुलाई को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से उनके मोबाइल फोन पर एक काल आई। कालर ने बताया कि बिजली बिल का भुगतान पेटीएम वलेट से हुआ है। पांच हजार रुपये की बजाय खाते में 5003 रुपये जमा हो गए हैं। बकाए से अधिक भुगतान के कारण जमा विद्युत बिल का भुगतान मान्य नहीं है। बिल का भुगतान सही न कराने पर कनेक्शन काटने की धमकी दी गई।
जबकि 10 जुलाई को ही वह बकाए बिल का भुगतान कर चुके थे। बिल सही करने की सलाह देते कालर ने मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा। उसमें यूपीपीसीएल की आईडी लगिन कराकर 10 रुपये जमा करने को कहा। साइबर ठगों के जाल में फंसे इंस्पेक्टर साहब ने पेटीएम कार्ड की मदद से रुपये जमा कर दिए। इसके बाद उनके एसबीआई खाते से ठगों ने सात बार में 60,000 रुपये की निकासी कर ली। जबकि बडौदा बैंक के खाता 2,200 रुपये की निकासी की। कुल 63,298 रुपये का चूना जालसाजों ने लगाया। तब पीड़ित ने ठगी की जानकारी साइबर सेल को दी।
उधर मैनाठेर थाना खेत्र के असातनगर बघा गांव के रहने वाले मोहम्मद जुबैद के मोबाइल फोन पर 11 जुलाई को एक काल आई। कालर लड़की ने बताया कि वह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का काम करती है। दूसरे दिन दोबार कॉल करके एक अन्य व्यक्ति के बावत सूचना दी। उस व्यक्ति ने खुद को भोपाल निवासी बताया। शेयर मार्केट में 25 हजार रुपये निवेश की सलाह देते हुए उसने आठ दिन में 3 लाख 70 हजार रुपये वापस करने का आश्वासन दिया। ठगों के झांसे में फंसे जुबैद ने अलग-अलग खातों में 25 हजार रुपये जमा कर दिया। तय वक्त पूरा होने पर युवक ने जब काल किया, तो ठगों ने मोबाइल बंद कर लिया। तब युवक की आंख खुली। दोनों ही मामले में पुलिस ने अभियोग दर्ज कर लिया है।
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