बाराबंकी : घायल पिता-पुत्र खतरे से बाहर, आरोपी के गले में अभी भी फंसी है गोली, जानें क्या है पूरा मामला
बाराबंकी, अमृत विचार । सुबेहा थाना क्षेत्र के शुक्लन पुरवा में शुक्रवार को घटी घटना के बाद शनिवार को भी गांव में सन्नाटा छाया रहा। गांव में पुलिस के बूटों की आवाज के अलावा और कुछ सुनाई नहीं दे रहा है। गांव के लोग मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है। दबी जुबान से लोग …
बाराबंकी, अमृत विचार । सुबेहा थाना क्षेत्र के शुक्लन पुरवा में शुक्रवार को घटी घटना के बाद शनिवार को भी गांव में सन्नाटा छाया रहा। गांव में पुलिस के बूटों की आवाज के अलावा और कुछ सुनाई नहीं दे रहा है। गांव के लोग मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है। दबी जुबान से लोग कहते हैं कि विजय शुक्ला अपने छोटे भाई अनिल शुक्ला की भी हत्या करना चाहता था। उसे अपने छोटे भाई पर भी शक था।
बताते हैं कि विजय शुक्ला और अनिल शुक्ला दिल्ली में रहकर एक साथ काम करते थे। अनिल शुक्ला अविवाहित था जबकि विजय शुक्ला अपनी पत्नी के साथ रह रहा था। यहीं पर विजय शुक्ला धीरे-धीरे नशे का आदी होता गया। विजय शुक्ला को नशे का आदी बनाने में अनिल शुक्ला का भी बड़ा हाथ बताया जा रहा है। कोरोना काल जब लगा तो दोनों भाई वापस लौट आए। इसी दौरान अजय शुक्ला ने अपने छोटे भाई अनिल शुक्ला की शादी करा दी। शादी के पहले अनिल शुक्ला अपनी पूरी कमाई अपने बड़े भाई विजय शुक्ला को दे दिया करता था। शादी के बाद यह सब कुछ बंद हो गया। जिसके लिए विजय अपने बड़े भाई को दोषी मानने लगा।
शुक्रवार को अनिल को ठंडा लाने के लिए भेजने के बाद विजय ने अजय की हत्या कर दी इसके बाद वह अनिल को मारने वाला था लेकिन तब तक मामला बिगड़ चुका था। पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी और विजय को स्वयं को गोली मारनी पड़ी।
डॉक्टरों के मुताबिक विजय शुक्ला और उसके पिता दोनों खतरे से बाहर है। विजय शुक्ला के गले में लगी गोली जरूर फंसी हुई है जिसे निकालने के लिए रविवार को ऑपरेशन किए जाने की संभावना है। इस मामले की प्राथमिकी अनिल शुक्ला द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस में दर्ज की है। सुबेहा थाने की पुलिस ने सबसे बड़े भाई को भी बुलाया था लेकिन उसने किसी भी पचड़े में पड़ने से इनकार कर दिया।
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