पाकिस्तान में हिंदू लड़की का अपहरण कर जबरन कराया इस्लाम कबूल, परिजन ने पूर्व राष्ट्रपति से मांगी मदद
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अत्याचार अभी भी जारी है। सिंध प्रांत में 16 साल की एक हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया। इसके बाद लड़की से जबरन इस्लाम कबूल कराया गया, फिर एक मुस्लिम शख्स ने उससे शादी कर ली। इस मामले में लड़की के परिजन ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ …
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अत्याचार अभी भी जारी है। सिंध प्रांत में 16 साल की एक हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया। इसके बाद लड़की से जबरन इस्लाम कबूल कराया गया, फिर एक मुस्लिम शख्स ने उससे शादी कर ली। इस मामले में लड़की के परिजन ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मदद की गुहार लगाई है और लड़की की बरामदगी की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला एक हफ्ते पहले का है।
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, करीना नाम की लड़की का एक हफ्ते पहले दादू के काजी अहमद कस्बे के उन्नार मुहल्ला से अपहरण कर लिया गया था। वहीं, पुलिस का दावा है कि करीना का अपहरण नहीं हुआ है, बल्कि उसने खलील रहमान नाम के मुस्लिम लड़के के साथ भागकर कराची के एक कोर्ट में शादी कर ली है। पुलिस के इस दावे को लेकर लोगों में आक्रोश है। पुलिस के दावे के बाद लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। हालांकि, लोगों के हंगामे के बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर खलील के पिता असगर जोनो को धारा 365-बी के तहत गिरफ्तार कर लिया। वहीं, करीना के परिजनों ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से करीना को वापस लाने में मदद करने की भी गुहार लगाई।
हर साल करीब 1,000 हिंदू लड़कियों का होता है अपहरण
अमेरिका में सिंधी फाउंडेशन के मुताबिक, सिंध प्रांत में हर साल करीब 1,000 हिंदू लड़कियों (उम्र 12 से 28 साल के बीच) का अपहरण किया जाता है। उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है। बाद में उनकी मुस्लिमों से शादी करवा दी जाती है।
इन पर होते हैं अत्याचार
पाकिस्तान ने कई मौकों पर अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा का भरोसा दिलाया है, लेकिन अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होता रहा है। उनके साथ हिंसा, हत्या, अपहरण, रेप, जबरन धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं होती हैं। हिंदू, ईसाई, सिख, अहमदिया, और शियाओं को बहुत मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं।
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