Sri Lanka Crisis : रानिल विक्रमसिंघे बने देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति, प्रदर्शनकारियों ने संसद और पीएम हाऊस पर बोला धावा

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कोलंबो। श्रीलंका में जनता का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। कोलंबो में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुस गए। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पीएम हाउस के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं, …

कोलंबो। श्रीलंका में जनता का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। कोलंबो में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुस गए। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पीएम हाउस के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी भी हटने के लिए तैयार नहीं है। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक झड़प हुई। दो गुट भी आपस में भिड़ गए, जिससे 12 लोग घायल हो गए।

प्रदर्शनकारियों पर हेलिकॉप्टर से नजर रखी जा रही है। इन पर काबू करने के लिए हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी है।वहीं प्रदर्शनकारियों ने नेशनल टीवी ‘रूपवाहिनी’ के स्टूडियो पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद यह चैनल ऑफ एयर हो गया।

इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने देश में इमरजेंसी की लगाने की घोषणा कर दी है। साथ ही विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है। वहीं प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि उन्हें राजपक्षे और विक्रमसिंघे में से कोई नहीं चाहिए। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में दखल देने की मांग की है।

एयरफोर्स ने गोटबाया को एयरक्राफ्ट दिया
श्रीलंकाई एयरफोर्स मीडिया डायरेक्टर ने कहा कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, फर्स्ट लेडी और दो बॉडीगार्ड्स को मालदीव जाने के लिए रक्षा मंत्रालय से इमीग्रेशन, कस्टम और बाकी कानूनों को लेकर पूरी अनुमति दी गई थी। 13 जुलाई की सुबह उन्हें एयरफोर्स का एक एयरक्राफ्ट उपलब्ध कराया गया था।

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