कानपुर: बिकरू कांड में शहीद दरोगा की पत्नी को दो साल बाद मिली नौकरी, पुलिस हेडक्वार्टर में बनीं ओएसडी
कानपुर। बिकरू कांड में शहीद दरोगा की पत्नी नीतू को दो साल बाद विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) की नौकरी मिली है। मूल रूप से प्रतापगढ़ की रहने वाली नीतू को पुलिस हेडक्वार्टर लखनऊ में तैनात किया गया है। वहीं शहीद बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी को साल भर पहले ही ओएसडी पद पर …
कानपुर। बिकरू कांड में शहीद दरोगा की पत्नी नीतू को दो साल बाद विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) की नौकरी मिली है। मूल रूप से प्रतापगढ़ की रहने वाली नीतू को पुलिस हेडक्वार्टर लखनऊ में तैनात किया गया है। वहीं शहीद बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी को साल भर पहले ही ओएसडी पद पर पुलिस मुख्यालय में ज्वाइन करा दिया गया था। अब उनका तबादला कानपुर कमिश्नरी में कर दिया गया है।
प्रतापगढ़ के ग्राम बेलखरी थाना मानधाता के दरोगा अनूप सिंह बिठूर की मंधना चौकी के इंचार्ज थे। गैंगस्टर विकास दुबे से 2 जुलाई की रात हुई मुठभेड़ में अनूप शहीद हो गए थे। तब से नीतू नौकरी के लिए संघर्ष कर रही थीं। उनको 3 जुलाई को ओएसडी पद पर ज्वाइन करा दिया गया है। नीतू सिंह की बेटी गौरी कक्षा छह व बेटा सूर्यांश यूकेजी का छात्र है।
परिवार में ससुर, देवर, जेठ व जेठानी हैं। अनूप के परिजनों ने मुख्यमंत्री से भी कुछ दिनों पहले नौकरी दिलाने की गुहार की थी। उन्हें सीएम ने जल्द ही नौकरी का भरोसा दिलाया था। जिसे अब पूरा कर दिया है। शहीद अनूप 2004 में कांस्टेबल के पद पर पुलिस में भर्ती हुए थे। 2015 में दरोगा बने थे।
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