सीएम भगवंत मान ने की शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व की आलोचना, कही ये बड़ी बात…

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अमृतसर। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य की राजधानी के मुद्दे पर अकाली नेताओं के निराधार बयानों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए आज चंडीगढ़ पर राज्य के दावे को कमजोर करने के लिए शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व की आलोचना की। मुख्यमंत्री ने सोमवार को यहां हरमंदिर साहिब में मत्था टेकने के बाद कहा, हर …

अमृतसर। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य की राजधानी के मुद्दे पर अकाली नेताओं के निराधार बयानों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए आज चंडीगढ़ पर राज्य के दावे को कमजोर करने के लिए शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व की आलोचना की। मुख्यमंत्री ने सोमवार को यहां हरमंदिर साहिब में मत्था टेकने के बाद कहा, हर कोई जानता है कि किसने राज्य सरकार के कार्यालयों को चंडीगढ़ से मोहाली में स्थानांतरित किया और न्यू चंडीगढ़ का गठन किया।

उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल ने चंडीगढ़ पर पंजाब के दावों को कमजोर करने के लिए केंद्र की सरकारों के साथ मिलीभगत की थी। उन्होंने सुखबीर बादल से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि जब वे केंद्र में एक के बाद एक सरकार में भागीदार थे, तो वे चंडीगढ़ के बारे में चुप्पी क्यों साधे हुए थे। मान ने कहा कि बादल अपने निहित राजनीतिक हितों के लिए चुप रहे हैं, यहां तक ​​कि कांग्रेस नेतृत्व भी पूरे मामले पर मूकदर्शक बना रहा।

मान ने कहा कि अकाली और कांग्रेस निराधार बयान जारी कर मीडिया के सामने ब्राउनी पॉइंट बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के हर तबके की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आम जनता से सक्रिय परामर्श के बाद हर मुद्दे का समाधान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके मंत्रियों ने राज्य के पेड़ बेचे हैं। इसके उलट हमारी सरकार पंजाब को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कटिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाले दिनों में राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करेगी। मान ने कहा कि राज्य सरकार ने किसी भी औद्योगिक इकाई को मत्तेवाड़ा वनों के पास नहीं आने देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने का फैसला लिया गया है। मान ने कहा कि पर्यटन को आकर्षित करने के लिए मत्तेवाड़ा वन को इकोलॉजिकल पार्क के रूप में विकसित करने के लिए कड़े प्रयास किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में नशा तस्करों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने कहा कि पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य है। श्री मान ने कहा कि जहां मादक पदार्थों की आपूर्ति ठप हो गई है, वहीं राज्य सरकार अब मादक पदार्थों के तस्करों को सलाखों के पीछे डालने पर ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी को भी राज्य की मेहनत से लायी गयी शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मान ने कहा कि राज्य सरकार सभी की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मां, पत्नी और बहन के साथ हरमंदिर साहिब में मत्था टेका। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, डॉ इंदरबीर सिंह निज्जर, नगर निगम के महापौर करमजीत सिंह रिंटू, उपायुक्त हरप्रीत सिंह सूदन और पुलिस आयुक्त अरुणपाल सिंह भी उपस्थित थे।

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