आओ चलो..घूम आते हैं तुम्हें उत्तराखंड दिखाते हैं… बस अल्मोड़ा-सोमेश्वर- कौसानी हाईवे से मत गुजरना
हल्द्वानी, अमृत विचार। आओ चलो घूम आते हैं तुम्हें उत्तराखंड दिखाते हैं…. इन दिनों कुछ इसी वीडियो गीत के साथ उत्तराखंड की धामी सरकार देश-विदेश के सैलानियों को उत्तराखंड आने का न्यौता दे रही है। उत्तराखंड के विभिन्न धार्मिक एवं आकर्षक पर्यटन स्थलों के दीदार के लिए आकर्षक वीडियो बनाकर सरकार भले ही पर्यटकों को …
हल्द्वानी, अमृत विचार। आओ चलो घूम आते हैं तुम्हें उत्तराखंड दिखाते हैं…. इन दिनों कुछ इसी वीडियो गीत के साथ उत्तराखंड की धामी सरकार देश-विदेश के सैलानियों को उत्तराखंड आने का न्यौता दे रही है। उत्तराखंड के विभिन्न धार्मिक एवं आकर्षक पर्यटन स्थलों के दीदार के लिए आकर्षक वीडियो बनाकर सरकार भले ही पर्यटकों को बुला रही हो लेकिन जमीनी सच्चाई ऐसी है कि पर्यटकों की रूह कांप जाए। आप कहेंगे आखिर खूबसूरत उत्तराखंड के लिए ऐसा हम क्यों कह रहे हैं। दरअसल उत्तराखंड के अधिकांश सड़क मार्ग लंबे समय से बदहाली का रोना रो रहे हैं। लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसे में समझा जा सकता है कि इन मार्गों से गुजरने वाले पर्यटकों के मन में उत्तराखंड को लेकर क्या छवि बनती होगी।

इन्हीं बदहाल सड़कों में से एक है अल्मोड़ा – कौसानी हाईवे। कई सालों से इस हाईवे की पहचान गड्ढों वाली सड़क के रूप में हो रही है। इसकी वजह से स्थानीय लोगों की जिंदगी मानो नरक सी हो गई है। यही वजह है कि क्षेत्र की महिलाओं और युवाओं ने तालाब बनी सड़क पर धान रोपकर विरोध दर्ज कराया। महिलाओं ने कहा कि खस्ताहाल सड़क से गुजरकर जीना दुश्वार हो गया है। लेकिन जिम्मेदार हैं कि सड़क बनाने की तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं ऐसे में बदहाल सड़क पर धान रोपना ही ठीक है।

बताते चलें कि खूबसूरत प्राकृतिक वादियों से लबरेज सोमेश्वर घाटी हो या फिर मिनी स्विटरलेंड के रूप में विख्यात कौसानी। साल भर सैलानी यहां दीदार को पहुंचते हैं, लेकिन गड्डों वाली सड़क गुजरना उनकी मजबूरी बन गया है। सोमेश्वर घाटी फेसबुक पेज से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सिंह भंडारी ने बताया कि तीन बार विधायक और वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य से कई बार मिल चुके हैं लेकिन सड़कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। सांसद, मुख्यमंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री तक सोशल मीडिया के माध्यम से हाईवे की हालत सुधारने को लेकर गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुध नहीं ली गई।
बताते चलें कि अल्मोड़ा-कौसानी मार्ग की लंबाई 52 किमी है। इस मार्ग पर कोसी, हवालबाग मनान, सोमेश्वर समेत अन्य कस्बे स्थित हैं। मार्ग से होकर सोमेश्वर, कौसानी, गरुड़, बागेश्वर, द्वाराहाट, चौखुटिया, बग्वालीपोखर आदि स्थानों को प्रतिदिन काफी संख्या में वाहन आते जाते हैं, लेकिन पिछले काफी समय से इस सड़क की दशा खराब बनी हुई है। जगह-जगह डामर उखड़ने से सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। स्यालीधार, कोसी, हवालबाग, मनान, सोमेश्वर आदि स्थानों पर सड़क का दशा बहुत अधिक खराब है।
सामाजिक कार्यकर्ता शमशेर आर्यन, दीपक जोशी और शिवेंद्र बोरा ने बताया कि हाईवे पर डामर उखड़ने से बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। खासकर दोपहिया वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। पिछले काफी समय से सड़क में हुए गड्ढे पाटे नहीं गए हैं, इससे यात्रियों, पर्यटक के साथ ही स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोग लंबे समय से सड़क में डामरीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन बदहाल सड़क की स्थिति में सुधारने की जहमत किसी ने नहीं उठाई।
