रामपुर : आजम खां के करीबियों से भी पूछताछ करेगी ईडी, अब्दुल्ला और डा. तजीन फात्मा को समन के बाद मची खलबली

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रामपुर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां के करीबियों से ईडी पूछताछ कर सकती है। यह सुगबुगाहट लगने पर आजम के करीबियों में खलबली मची हुई है। ईडी ने अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीम फातिमा को नोटिस जारी कर 15 जुलाई से पहले पेश होने को कहा है। ये नोटिस जौहर यूनिवर्सिटी के मामले …

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां के करीबियों से ईडी पूछताछ कर सकती है। यह सुगबुगाहट लगने पर आजम के करीबियों में खलबली मची हुई है। ईडी ने अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीम फातिमा को नोटिस जारी कर 15 जुलाई से पहले पेश होने को कहा है। ये नोटिस जौहर यूनिवर्सिटी के मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए जारी किया है। ईडी जौहर यूनिवर्सिटी मामले में इन दोनों के फंड ट्रांसफर की जांच कर रही है। 11 मई 2022 को ईडी की टीम रामपुर आकर जरूरी दस्तावेज लेकर लखनऊ लौट गई थी। इससे पहले ईडी की टीम ने जौहर विश्वविद्यालय पहुंचकर शत्रु संपत्ति का जायजा लिया था। ईडी अपने तरीके से जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम और उनकी पत्नी डा. तजीन फातिमा से लखनऊ के दफ्तर में पूछताछ होगी। इनके अलावा भी आजम के करीबियों से ईडी पूछताछ कर सकती है। 11 मई को ईडी के डिप्टी डायरेक्टर अमित मिश्रा के नेतृत्व में टीम यूनिवर्सिटी में पहुंची थी और पत्रावलियों की जांच पड़ताल की थी। भाजपा नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर ईडी ने मामला दर्ज किया था। आकाश सक्सेना ने वर्ष 2021 में केंद्रीय गृह मंत्रालय में मोहम्मद आजम खां के आय से अधिक संपत्ति, शत्रु संपत्ति पर कब्जा करने और मनीलांड्रिंग की शिकायत की थी। ईडी की जांच काफी पहले से चल रही है टीम अपना काम कर रही है। सीतापुर जेल में बंद होने के दौरान ईडी ने आजम खां से भी कई बार पूछताछ की थी। अब सूत्रों से पता चला है कि आजम खां के करीबियों से ईडी जल्द पूछताछ कर सकती है।

जौहर विवि को दान देने वाले भी होंगे निशाने पर
जौहर विश्वविद्यालय को दान देने वाले ऐसे लोगों नाम भी ईडी के पास हैं जोकि रामपुर के अलावा मुरादाबाद, गाजियाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों के हैं। आजम खां के जौहर ट्रस्ट को जब जब समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में रही, तब-तब सबसे ज्यादा दान मिला है, यह शिकायत भी ईडी से की जा चुकी है। अब दान देने वालों से पूछताछ भी हो सकती है, इससे दानदाताओं में भी खलबली मची हुई है।

बीमारी के चलते आजम खां कोर्ट में नहीं हुए पेश
सपा नेता आजम खां की यतीमखाना प्रकरण में सोमवार को कोर्ट में तारीख थी। इस बीच आजम खां के अधिवक्ता की ओर से हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है, जिसमें कहा गया है कि आजम खां बीमार हैं और वे कोर्ट में हाजिर होने की स्थिति में नहीं हैं। कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तारीख आठ जुलाई तय की है। गौरतलब है कि साल 2019 में सपा नेता आजम खां,सेवानिवृत्त सीओ आले हसन, सपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल और इस्लाम ठेकेदार समेत 20-25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।आरोप था कि सपा नेता आजम खां के इशारे पर यतीमखाना बस्ती में रह रहे लोगों के साथ मारपीट, लूटपाट की गई थी। इस मामले में सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट (सेशन ट्रायल) में तारीख तय थी। कोर्ट ने पिछली तारीख पर आजम खां को व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने के आदेश दिए थे, लेकिन सोमवार को आजम खां के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र कोर्ट में पेश किया। इसमें कहा गया है कि आजम खां बीमार हैं और वह कोर्ट में उपस्थित होने में असमर्थ हैं। उनकी हाजिरी जरिए अधिवक्ता स्वीकार की जाए। सहायक शासकीय अधिवक्ता कमल कुमार गुप्ता ने बताया कि कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अगली तारीख आठ जुलाई तय की है।

ट्रस्ट पर यह हैं आरोप

  • काले धन की शेष राशि को बहीखातों में से निवेश किया गया था ताकि राजस्व अधिकारियों द्वारा देखी गई दान राशि के अत्याधिक खुलासे से बचा जा सके।
  • खातों और अभिलेखों की किताबों में दान रसीद के रूप में अवैध धन दिखा कर संपत्ति की पहले से ही कम मूल्य वाली कीमतों से मेल खाने की साजिश।
  • आय और दान के माध्यम से प्रबंधित दान की कर योग्यता से बचा गया।
  • रामपुर पब्लिक स्कूल के नाम पर जमीन हड़पने और जमीन के अवैध अधिग्रहण।

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