हल्द्वानी: एमबीपीजी कॉलेज में नए एडमीशन को लेकर असमंजस की स्थिति, प्राचार्य ने विश्वविद्यालय को भेजा पत्र

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हल्द्वानी, अमृत विचार। वर्ष 2022 सत्र में महाविद्यालयों में प्रवेश को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। नए एडमीशन नई शिक्षा नीति के आधार पर होंगे या फिर पुरानी ही व्यवस्था लागू रहेगी। स्थिति साफ नहीं होने से महाविद्यालयों के प्राचार्य चिंता में है। एमबीपीजी महाविद्यालय के प्राचार्य ने इसके लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय को …

हल्द्वानी, अमृत विचार। वर्ष 2022 सत्र में महाविद्यालयों में प्रवेश को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। नए एडमीशन नई शिक्षा नीति के आधार पर होंगे या फिर पुरानी ही व्यवस्था लागू रहेगी। स्थिति साफ नहीं होने से महाविद्यालयों के प्राचार्य चिंता में है। एमबीपीजी महाविद्यालय के प्राचार्य ने इसके लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय को पत्र लिखते हुए एडमीशन व्यवस्था को लेकर वर्कशॉप की मांग की है।

उत्तराखंड बोर्ड का परीक्षाफल पूर्व में ही घोषित हो चुका है। अब इंतजार सीबीएसई के रिजल्ट को लेकर है। इस रिजल्ट को घोषित होने के बाद एडमीशन को लेकर महाविद्यालयों में अभी से ही चिंता की लकीनें खिंची हुई हैं। ऐसा इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि शासन की ओर से कोई सटीक गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। इसलिए महाविद्यालयों को अभी यह मालूम ही नहीं है कि एडमीशन किस व्यवस्था के तहत किया जाना है।

नई शिक्षा नीति में विषयों के चुनाव को लेकर स्वतंत्रता है। ऐसे में एमबीपीजी महाविद्यालय में प्रवेश कराने को इच्छुक अभ्यर्थी के चुने गए विषय भी इस महाविद्यालय में हैं या नहीं, इसको लेकर भी किस तरह से व्यवस्था की जाएगी, यह महाविद्यालयों के लिए चिंता बनी हुई है। फिलहाल इन्हीं सब चिंताओं को दूर करने के लिए प्राचार्य डॉ. एनएस बनकोटी ने विश्वविद्यालय में प्रवेश को लेकर वर्कशॉप की अपील की है। यह वर्कशॉप 10 जुलाई तक सीबीएसई रिजल्ट के घोषित होने से पहले की जानी आवश्यक बताई गई है।

सीबीएसई का रिजल्ट घोषित होने के बाद महाविद्यालय में कामकाज बढ़ जाएगा। उस दौरान नई व्यवस्था के तहत प्रवेश करा पाना आसान नहीं होगा। इसलिए विवि को पत्र लिखकर वर्कशॉप के लिए अनुरोध किया गया है। अभी फिलहाल प्रवेश को लेकर विवि की बेवसाइट ओपन है। – डॉ. नरेंद्र सिंह बनकोटी, प्राचार्य, एमबीपीजी महाविद्यालय

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