एकनाथ की एक और फतह, BJP के राहुल नार्वेकर बने महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर

मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी व शिवसेना के बागी गुट की सरकार बनने के बाद बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर रविवार को विधानसभा के नए स्पीकर चुने गए। नार्वेकर के समर्थन में कुल 164 वोट पड़े और महाविकास आघाडी के उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले। गौरतलब है, राज्य के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 4 जुलाई …
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी व शिवसेना के बागी गुट की सरकार बनने के बाद बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर रविवार को विधानसभा के नए स्पीकर चुने गए। नार्वेकर के समर्थन में कुल 164 वोट पड़े और महाविकास आघाडी के उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले। गौरतलब है, राज्य के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में पहला शक्ति परीक्षण जीत लिया है। उद्धव सरकार को गिराने के बाद शिंदे की ये एक और फतह है। बीजेपी के राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधानसभा में नए स्पीकर नियुक्त हुए हैं। बीजेपी को 164 से ज्यादा वोट मिले हैं, जबकि शिवसेना के राजन साल्वी को 107 वोट मिले हैं।
विपक्ष की मांग पर डिप्टी स्पीकर ने विधायकों की गिनती शुरू कराई थी। विधानसभा में 287 विधायक हैं और जीत के लिए 144 का मैजिक फिगर चाहिए था। समाजवादी पार्टी और AIMIM ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
राहुल नार्वेकर 2014 से पहले शिवसेना में थे, लेकिन लोकसभा का टिकट नहीं मिला, तो पार्टी छोड़ एनसीपी में शामिल हो गए। 2014 में मवाल लोकसभा सीट से मैदान में उतरे, लेकिन हार मिली। फिर नार्वेकर बीजेपी में शामिल हो गए।
2016 में गवर्नर कोटे से नार्वेकर विधानपरिषद पहुंचे। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कोलोबा विधानसभा सीट से जीत हासिल की।
वहीं, सपा विधायक अबु आजमी ने स्पीकर के चुनाव का बायकॉट किया। आजमी ने किसी को भी वोट नहीं दिया। बता दें कि विधानसभा कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। इसके लिए 9 कैमरे लगाए गए। एक कैमरा का फोकस सीधे विधानसभा अध्यक्ष के चेयर पर रखा गया।
महाराष्ट्र विधानसभा में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की मान्यताओं के आधार पर भाजपा-शिवसेना सरकार ने कार्यभार संभाला है। आज तक हमने देखा है कि लोग विपक्ष से सरकार में आते हैं लेकिन इस बार सरकार के नेता विपक्ष में आए। मैं खुद मंत्री था, कई अन्य मंत्रियों ने भी सरकार छोड़ी। बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की विचारधारा के प्रति समर्पित मेरे जैसे आम कार्यकर्ता के लिए यह बहुत बड़ी बात थी।
महाराष्ट्र विधानसभा में राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की यह सरकार महाराष्ट्र की सभी आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश करेगी और हमें उम्मीद है कि आप (अध्यक्ष) इसके लिए सहयोग देंगे।
कौन हैं राहुल नार्वेकर ?
राहुल नार्वेकर इस समय मुंबई की प्रतिष्ठित कोलाबा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। वह पहली बार 2019 के विधानसभा चुनाव में ही एमएलए बने थे। कोलाबा विधानसभा सीट पर उन्होंने तब कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक जगताप को हराया था। महाराष्ट्र विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने उन्हें शुक्रवार को ही स्पीकर के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करवाया था। हालांकि, पहले दिन कांग्रेस ने राजभवन की ओर से स्पीकर का चुनाव करवाने पर सहमति दिए जाने को लेकर आपत्ति जाहिर की थी।
सत्ताधारी शिवसेना गुट और बीजेपी के अलावा बाकी सहयोगियो पार्टियों की ओर से साझा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को रविवार को हुई वोटिंग 288 सदस्यीय (अभी एक सीट खाली है) महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 164 वोट मिले हैं । जबकि, विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना से विधायक राजन साल्वी को महज 107 ही वोट मिले हैं। मतलब, महा विकास अघाड़ी गठबंधन स्पीकर चुनाव में बाकी विपक्षी विधायकों को भी एकजुट रखने में नाकाम रहा है।
नए स्पीकर नार्वेकर एनसीपी नेता रामराजे नाइक निम्बल्कर के दामाद हैं। निम्बल्कर इस समय महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति हैं और पहले शरद पवार की पार्टी एनसीपी के साथ-साथ शिवसेना के साथ भी रह चुके हैं। वर्तमान समय में नार्वेकर को उपमुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस का बहुत ही ज्यादा करीबी माना जाता है। यह भी माना जा रहा है कि फडणवीस के आशीर्वाद की वजह से ही विधायकी के अनुभव की पर्याप्त कमी के बावजूद उन्हें स्पीकर का उम्मीदवार बनाया गया था। क्योंकि, आमतौर पर इस पद पर सदन के अनुभवी सदस्यों को बिठाने की परंपरा रही है।
नार्वेकर दक्षिण मुंबई के कोलाबा इलाके में ही जन्मे हैं और यहीं पले-बढ़े हैं। गौरतलब है कि यह मुंबई का बहुत ही हाई-प्रोफाइल इलाका माना जाता है। इनके भाई मार्कंड भी कोलाबा क्षेत्र से ही कॉर्पोरेटर हैं। शुरुआती दिनों में नार्वेकर शिवसेना के यूथ विंग के प्रवक्ता हुआ करते थे। 2014 में उन्होंने उद्धव ठाकरे की पार्टी छोड़ दी थी और शरद पवार की एनसीपी में चले गए थे। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि उद्धव की अनुपलब्धता की वजह से उन्हें पार्टी से निकलना पड़ा है।
2014 में उन्होंने एनसीपी से ही मावल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन तब मोदी लहर में शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बर्ने से हार गए थे। 2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ही वे भाजपा में शामिल हुए थे और इसके टिकट पर कोलाबा जैसी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। यहां उन्होंने कांग्रेस के जगताप को हराया था। अब उनपर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विश्वास मत की कार्यवाही के संचालन की जिम्मेदारी है।
ये भी पढ़ें : महाराष्ट्र विधानसभा: जय श्री राम, जय भवानी, जय शिवाजी के नारों के साथ सदन की कार्यवाही