गाजियाबाद : नौकरी का झांसा देकर 200 लोगों को बनाया शिकार, ऐसे आए पुलिस की गिफ्तार में

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गाजियाबाद : साइबर सेल यूनिट के सहयोग से गाजियाबाद पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली। जब पुलिस के हत्थे बेरोजगारों को रोजगार का प्रलोभन देने वाले दो जालसाज चढ़ गए। जालसाजों ने करीब 200 बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी की है। हालांकि उनके गैंग का सरगना पुलिस की पकड़ से कोसों दूर है। …

गाजियाबाद : साइबर सेल यूनिट के सहयोग से गाजियाबाद पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली। जब पुलिस के हत्थे बेरोजगारों को रोजगार का प्रलोभन देने वाले दो जालसाज चढ़ गए। जालसाजों ने करीब 200 बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी की है। हालांकि उनके गैंग का सरगना पुलिस की पकड़ से कोसों दूर है।

ऐसे में पुलिस का दावा है कि गैंग लीडर की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। बता दें कि नंद ग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार काकरान के मुताबिक, त्रिपुरा राज्य के गांव नल सोनपुरा सिपाहीजला निवासी सुजोय देवनाथ की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। पीड़ित ने बताया कि उनके परिचित ने दीपक चौधरी नाम के युवक का मोबाइल नंबर दिया। जिसके बाद दीपक ने पीड़ित को सरकारी विभाग में नौकरी देने का झांसा दिया था।

नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रुपये मांगे

पीड़ित ने बताया कि दीपक ने आयकर विभाग में निरीक्षक पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर उससे 12 लाख रुपये लिए थे। इसके अलावा जालसाज ने दिल्ली के जहरलाल देवनाथ से उनके भाई की सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ढाई लाख रुपए और नंद ग्राम के सिहानी निवासी ब्रह्मदत्त त्यागी से भी 80 हजार रुपये रोजगार दिलवाने के नाम लिए थे।

बता दें कि जालसाज ने तीनों को अलग-अलग पते पर बुलाया था। रूपये देने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली। इसके बाद पीड़ितों ने नंद ग्राम थाने में शिकायत देते हुए जालसाज व उसके सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया। इस दौरान पुलिस ने दीपक चौधाी व उसके साथी विकास त्यागी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि उनका गैंग लीडर कोई और है। जो फरार चल रहा है।

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