सपा की हार पर भड़कीं रुबीना खानम, बोलीं- जनादेश ने अखिलेश का तोड़ा घमंड

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अलीगढ़। अपने बयानों के चलते बीते दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) से बाहर की गईं पूर्व महानगर (अलीगढ़) अध्यक्ष रुबीना खानम ने इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए चेताया है। दरअसल, यूपी लोकसभा उपचुनाव 2022 (आजमगढ़ व रामपुर) में बीजेपी के प्रत्याशियों दिनेश लाल यादव निरहुआ (आजमगढ़) और घनश्याम लोधी (रामपुर) ने …

अलीगढ़। अपने बयानों के चलते बीते दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) से बाहर की गईं पूर्व महानगर (अलीगढ़) अध्यक्ष रुबीना खानम ने इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए चेताया है। दरअसल, यूपी लोकसभा उपचुनाव 2022 (आजमगढ़ व रामपुर) में बीजेपी के प्रत्याशियों दिनेश लाल यादव निरहुआ (आजमगढ़) और घनश्याम लोधी (रामपुर) ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये दोनों ही सपा के गढ़ माने जाते रहे हैं। आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को हराया है। वहीं, रामपुर में सपा प्रत्याशी आसिम रजा को बीजेपी के घनश्याम लोधी ने पटखनी दी।

दोनों लोकसभा सीटों पर सपा को मिली हार के बाद अलीगढ़ से सपा की पूर्व नेत्री रुबीना खानम का बड़ा बयान सामने आया। रुबीना ने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव एक वर्ग विशेष की बात करना बंद कर दें। उन्होंने कहा कि जनादेश ने अखिलेश यादव का घमंड तोड़ दिया है और सपा के तुष्टिकरण के किले को ध्वस्त कर दिया।

रुबीना ने अप्रत्यक्ष तरीके से योगी सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि अखिलेश यादव जी अभी भी वक्त है, सबका साथ, सबका विकास की राजनीति कीजिए। उन्होंने कहा कि रामपुर व आजमगढ़ दोनों ही गढ़ सपा के माने जाते रहे हैं और अपने गढ़ में सपा की हार हुई है। ये कुछ और नहीं सिर्फ एक वर्ग की बात करने का परिणाम है। इसके साथ ही उन्होंने सपा अध्यक्ष को जमकर घेरा।

रुबीना ने अखिलेश को मशविरा देते हुआ कहा कि अखिलेश जी एक वर्ग विशेष की बात करना बंद कीजिए तुष्टिकरण की राजनीति बंद कीजिए अगर ऐसा नहीं किया तो हो सकता है आने वाले समय में समाजवादी पार्टी इतिहास के पन्नों में दर्ज अतीत की कहानी बन जाए।

गौरतलब है कि, सपा से निष्कासित महिला सभा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में बनी रहती हैं। रुबीना खानम लंबे समय सपा में विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्यरत रही हैं। अपने विवादित बयानों को लेकर ही सपा नेत्री को पार्टी से निष्कासित किया गया था।

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