बागेश्वर: मासूम की हत्या का ठोस सुराग नहीं तलाश पाई पुलिस
बागेश्वर, अमृत विचार। नेपाली मूल की दो वर्षीय बालिका सृष्टि की हत्या का कोई सिरा अब तक पुलिस नहीं तलाश पाई है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हत्यारे तक पहुंचने के लिए कई टीमें बनाई हैं लेकिन किसी टीम को अब तक जांच की ठोस दिशा तक नहीं मिल पाई है। नेपाली मूल की बालिका …
बागेश्वर, अमृत विचार। नेपाली मूल की दो वर्षीय बालिका सृष्टि की हत्या का कोई सिरा अब तक पुलिस नहीं तलाश पाई है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हत्यारे तक पहुंचने के लिए कई टीमें बनाई हैं लेकिन किसी टीम को अब तक जांच की ठोस दिशा तक नहीं मिल पाई है। नेपाली मूल की बालिका होने के कारण हालांकि कई संगठन चुप हैं। अलबत्ता इससे आम जनता में भय का माहौल व्याप्त है।
बता दें कि 18 जून को सात रतबे गांव में लीसा श्रमिक देव सिंह की दो साल की पुत्री सृष्टि अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की और इसकी सूचना पुलिस को दी। कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने पुलिस टीम परिजनों व ग्रामीणों के साथ बालिका की तलाश की। इस दौरान बालिका का शव गांव के एक गधेरे में पड़ा मिला। शुरू में आशंका जताई जा रही थी कि बालिका की मौत तेंदुए के हमले में हुई। हालांकि पुलिस की प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि बालिका को तेंदुए ने नहीं मारा बल्कि उसकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है।
इधर, पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया और पिता ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। मासूम की हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने जांच करने व दोषियों तक पहुंचने के लिए कई टीमें गठित की लेकिन अब तक किसी भी टीम को सफलता हाथ नहीं लगी है। हालांकि नेपाली मूल की बालिका की होने के कारण मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों व संगठनों में आक्रोश नहीं नजर आ रहा है लेकिन आम जनता के मन में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। क्षेत्र के लोग अपने बच्चों को अकेले घर से बाहर निकलने ही नहीं दे रहे हैं।
मासूम की हत्या के मामले में पुलिस गंभीर है। इसके लिए कई टीमों का गठन किया गया है। स्थानीय लोगों व संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस पूरे निष्कर्ष के बाद अपराधी तक पहुंचेगी।
– अंकित कंडारी, सीओ ऑपरेशन
