गदरपुर: कांग्रेस समर्थक के घर जा धमके वन विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी, हो गया विवाद
अभिषेक आनंद, रुद्रपुर, अमृत विचार। वन विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष व चंपावत से मुख्यमंत्री के लिये सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी रविवार को अनजाने में गदरपुर में एक कांग्रेस समर्थक के घर पहुंच गये। भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों को पता चला तो मामले ने तूल पकड़ लिया। रुद्रपुर में आयोजित जिला कार्यसमिति …
अभिषेक आनंद, रुद्रपुर, अमृत विचार। वन विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष व चंपावत से मुख्यमंत्री के लिये सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी रविवार को अनजाने में गदरपुर में एक कांग्रेस समर्थक के घर पहुंच गये। भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों को पता चला तो मामले ने तूल पकड़ लिया। रुद्रपुर में आयोजित जिला कार्यसमिति में भी इस मामले की चर्चा रही। वन विकास निगम के अध्यक्ष ने गदरपुर मंडल अध्यक्ष से फोन कर खेद जताया तब जाकर मामला शांत हुआ।
शनिवार की रात वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का सरकारी कार्यक्रम जारी हुआ। इसमें उनके काशीपुर से लेकर खटीमा तक का समयानुसार कार्यक्रम जारी हुआ। इसमें शहर का नाम तो दर्ज था लेकिन यह नहीं दर्शाया गया था कि कहां-कहां जाना है। मात्र नानकमत्ता में गुरुद्वारे में मत्था टेकने का कार्यक्रम दर्शाया गया था। इस कारण संगठन की ओर से कोई अधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई।
सुबह करीब पौने आठ बजे गहतोड़ी गदरपुर पहुंचे और एक कांग्रेस समर्थक के घर जा पहुंचे। बमुश्किल पांच मिनट रुक कर वह आगे रवाना हो गये। इसकी भनक भाजपा पदाधिकारियों को लगी तो वह आक्रोशित हो गये। भाजपा मंडल अध्यक्ष चंकित हुड़िया ने वन विकास निगम अध्यक्ष को संबंधित व्यक्ति की फेसबुक आईडी का वह स्क्रीन शॉट व्हाट्सएप कर दिया जिसमें वह बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करते हुये दिख रहा था।
वन विकास निगम के अध्यक्ष को इसे देखने के बाद अपनी गलती का अहसास हुआ। उन्होंने इसके लिये हुड़िया को फोन किया और इसके लिए खेद जताया, लेकिन तब तक मामला आगे बढ़ चुका था। भाजपा जिला कार्यसमिति में भी यह मामला खूब चर्चा में रहा। भाजपा मंडल अध्यक्ष चंकित हुड़िया ने इस मामले को जिला कार्यसमिति के अंतिम सत्र में उठाना चाहा लेकिन गदरपुर से ही संबंधित भाजपा के एक जिला स्तरीय पदाधिकारी ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया।
मुझे रात में भाजपा के ग्रुप से वन विकास निगम के अध्यक्ष के कार्यक्रम की जानकारी मिली थी लेकिन उनका गदरपुर में रुकने का कार्यक्रम नहीं था। सुबह कार्यकर्ताओं ने सूचना दी कि वह एक कांग्रेस समर्थक के घर गये हैं। इससे गुस्सा आना स्वाभाविक था। मैंने उन्हें को स्क्रीन शॉट भेजा, तब उन्होंने खेद जताया। मैं कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुरूप मामले को कार्यसमिति में उठाना चाहता था लेकिन वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आगे ऐसा न होने का भरोसा दिया है। – चंकित हुड़िया, भाजपा मंडल अध्यक्ष, गदरपुर।
मेरे कार्यालय से प्रोटोकॉल जारी किया गया था। रास्ते में भाजपा का झंडा लिये कुछ लोगों ने मुझे गदरपुर में स्वागत को रोका और किसी व्यक्ति के घर ले गये। बाद में मुझे पता चला कि उस व्यक्ति ने विधानसभा चुनाव कांग्रेस को लड़ाया था। अनजाने में ऐसा हुआ, मैं भाजपा संगठन का व्यक्ति हूं। जो व्यक्ति पार्टी का नहीं, वह मेरा नहीं। मैं किसी भी सूरत में पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं कर सकता है। इसका मैंने मंडल अध्यक्ष को भरोसा दिया है। आगे से इसका ध्यान रखा जायेगा। – कैलाश गहतोड़ी, अध्यक्ष, वन विकास निगम, उत्तराखंड।
