बरेली: थैलेसीमिया जांच शिविर में 102 लोगों के लिए गए सैंपल
अमृत विचार, बरेली। रोटरी क्लब ऑफ बरेली वेस्ट ने रविवार को ट्यूलिप टावर में थैलेसीमिया जांच शिविर का आयोजन किया। इसमें 102 लोगों के रक्त के सैंपल लिए गए। इसमें बालक और बालिकाओं के साथ ही युवा भी पहुंचे। शिविर में पहुंचने वालों सबसे कम उम्र की छह वर्षीया बालिका आराध्या गुररानी थीं। लैब के …
अमृत विचार, बरेली। रोटरी क्लब ऑफ बरेली वेस्ट ने रविवार को ट्यूलिप टावर में थैलेसीमिया जांच शिविर का आयोजन किया। इसमें 102 लोगों के रक्त के सैंपल लिए गए। इसमें बालक और बालिकाओं के साथ ही युवा भी पहुंचे। शिविर में पहुंचने वालों सबसे कम उम्र की छह वर्षीया बालिका आराध्या गुररानी थीं। लैब के टेक्नीशियनों ने लोगों के रक्त के सैंपल लिए। इसमें मुंबई के तोलानी सेवा संकल्प ट्रस्ट से आए वासू ने सराहनीय भूमिका निभाई। इस मौके पर रवि मेहरा व पीपी सिंह मौजूद रहे। रोटरी क्लब के अध्यक्ष राजगोपाल खट्टर, गुरु महरोत्रा, विवेक मेहरा, पुनीता कपूर, राकेश महरोत्रा, संजीव मंचनदा, जगदीश अरोड़ा, एसके सक्सेना, दीपक गोयल को साथ ही ट्यूलिप टावर कमेटी के पदाधिकारियों का कार्यक्रम में भरपूर सहयोग रहा।
क्या है थैलेसीमिया
चिकित्सकों का कहना है कि थैलेसीमिया एक आनुवांशिक बीमारी है। सामान्य तौर पर शरीर में लाल रक्त कणों की उम्र करीब 120 दिन की होती है, लेकिन इस बीमारी के कारण इसकी उम्र घटकर केवल 20 दिन की हो जाती है। इसका सीधा प्रभाव हीमोग्लोबिन पर पड़ता है और हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से शरीर दुर्बल हो जाता है। इससे पीड़ित किसी न किसी बीमारी से ग्रसित रहने लगता है। इस बीमारी का मुख्य कारण रक्तदोष होता है और इस बीमारी की चपेट में अधिकतर बच्चे आते हैं। समय रहते बीमारी का उपचार नहीं होने से पीड़ित की मौत तक हो जाती है।
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