हल्द्वानी: शिलापट्ट से निकलकर भवन में तब्दील होगी उत्तराखंड की पहली आईटी एकेडमी

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हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड की पहली आईटी एकेडमी अब शिलापट्ट से भवन में तब्दील हो सकेगी। उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी (यूओयू) में करीब साढ़े पांच साल पहले हुए शिलान्यास के बाद अब सरकार ने उसके विस्तार को लेकर संज्ञान में लेते हुए बजट में पांच करोड़ का विशेष प्रावधान रखा है। भवन नहीं होने से एकेडमी …

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड की पहली आईटी एकेडमी अब शिलापट्ट से भवन में तब्दील हो सकेगी। उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी (यूओयू) में करीब साढ़े पांच साल पहले हुए शिलान्यास के बाद अब सरकार ने उसके विस्तार को लेकर संज्ञान में लेते हुए बजट में पांच करोड़ का विशेष प्रावधान रखा है। भवन नहीं होने से एकेडमी की कार्रवाई थमी हुई थी और जिस उद्देश्य से एकेडमी तैयार करने की शुरूआत हुई थी, वह पूरा नहीं हो पा रहा था।

दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में अहम भूमिका निभा रहे यूओयू में आईटी एकेडमी बनाने की कवायद 2016 के दिसंबर में शुरू हुई थी। उस समय तकनीकी का प्रयोग अपने चरम पर था। तकनीक के इस युग में न सरकारों में भी दिलचस्पी नहीं दिख रही थी और विवि के अधिकारियों ने भी बड़े प्रयास करने बंद कर दिए थे। पत्थर लगाकर शिलान्यास कर दिया, लेकिन भवन निर्माण को लेकर केवल कागजी कार्रवाई होती रही। लेकिन अब पुष्कर सिंह धामी की सरकार इसे गंभीरता से लेते हुए बजट में विशेष प्रावधान किया है, जिससे यूओयू में भी खुशी की लहर है तो वहीं युवाओं को भी अपने ही प्रदेश में अच्छे भविष्य के लिए बेहतर विकल्प मिलने की उम्मीद बढ़ी है।

कब रखी गई आधार शिला

हल्द्वानी के तीनपानी स्थित उत्तराखंड मुक्त विवि के परिसर में आठ दिसंबर 2016 को पहली आईटी एकेडमी की आधारशिला रखी गई। तत्कालीन राज्य सरकार में उच्च शिक्षा एवं वित्त मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश व पद्मश्री पुष्पेश पंत ने इसका शिलान्यास किया था।

पा सकेंगे ये प्रशिक्षण
एकेडमी से डिजिटल कंटेंट्स का भंडार, प्रसार एवं विस्तार हो सकेगा। ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, मोबाइल एप डेवलपमेंट, एनिमेशन, वीडियो एडिटिंग, वीडियो गेम डेवलपमेंट, लाइव प्रोजेक्ट ट्रेनिंग में दक्षता हासिल हो सकेगी।

पूर्व में दिए जा चुके थे कई प्रस्ताव
आईटी एकेडमी को धरातल पर लाने के कई प्रयास किए गए थे। कई बार मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री को इस संबंध में अवगत कराया जा चुका था। शासन को कई बार प्रस्ताव भी भेजा गया। आईटी एकेडमी की वर्तमान समय में बेहद जरूरत थी। आईटी एकेडमी के लिए पांच करोड़ रुपए की धनराशि का विशेष प्रावधान रखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का और राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हैं। आईटी एकेडमी राज्य भर के सेवारत कर्मचारियों व युवाओं के लिए वर्तमान डिजिटल युग में आईटी के क्षेत्र में दक्षता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म साबित होगी।
प्रो. ओपीएस नेगी, कुलपति यूओयू

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