खटीमा: लोहे की रॉड से युवक की हत्या
खटीमा, अमृत विचार। क्षेत्र के सूजिया गांव में लोहे की राड से एक ग्रामीण की हत्या से सनसनी फैल गई। ग्रामीण को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पोस्टमार्टम …
खटीमा, अमृत विचार। क्षेत्र के सूजिया गांव में लोहे की राड से एक ग्रामीण की हत्या से सनसनी फैल गई। ग्रामीण को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। इस घटना के बाद से गांव शोक में डूबा है।
कोतवाली पुलिस के अनुसार ग्राम सूजिया निवासी प्रकाश सिंह ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा है कि 8 जून की रात करीब 11.30 बजे उसका 27 वर्षीय पुत्र सावन सिंह राणा गांव के कुछ लोगों के साथ शिव मंदिर के पास खड़ा होकर बातें कर रहा था। इसी बीच अचानक गांव का ही मंगलेन्दर सिंह जो दंबग किस्म का है, मौके पर आया व किसी बात को लेकर उसके पुत्र सावन के साथ झगड़ने लगा और लोहे की रॉड से उसके पुत्र सावन के सिर में वार कर दिया।
जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी मंगलेन्दर फरार हो गया। सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचा तो सावन सिंह लहूलुहान हालत में पड़ा था। काफी खून निकल चुका था। वह बेहोशी की हालत में मंगलेश्वर का नाम लेकर बड़ बड़ा रहा था कह रहा था कि उसे मंगलेश्वर ने मारा है तब मौजूद लोगों ने भी मंगलेश्वर सिंह का नाम लिया गया।
सावन को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गई जिस पर वह सावन को बरेली के एक अस्पताल में ले जा रहे थे कि रास्ते में दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बाजार चौकी इंचार्ज एसआई होशियार सिंह ने पंचनामा भरा। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी मंगलेन्दर सिंह के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था सावन
खटीमा। मृतक सावन सिंह राणा मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। उसके परिवार में पिता प्रकोश सिंह, मां ईश्वर वती, पत्नी स्वाति, चार वर्षीय पुत्र शिवांश है। जबकि चार भाईयों में वह तीसरे नंबर का था। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर परिजनों का जमावड़ा लगा रहा।
