लखनऊ: जिनके जिम्मे नालों की सफाई कराने का काम, अब वहीं करेंगे जांच
लखनऊ। नालों और नालियों की सफाई में गड़बड़ी की जांच करने की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम के निरीक्षकों को दी है। उन्होंने सभी 110 वार्डों के लिए इन्हें नोडल अधिकारी बनाया है। शहर में नाला और नालों की सफाई के दौरान पर्यवेक्षक और सफाई की जिम्मेदारी इनकी भी थी। दरअसल, नगर निगम …
लखनऊ। नालों और नालियों की सफाई में गड़बड़ी की जांच करने की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम के निरीक्षकों को दी है। उन्होंने सभी 110 वार्डों के लिए इन्हें नोडल अधिकारी बनाया है। शहर में नाला और नालों की सफाई के दौरान पर्यवेक्षक और सफाई की जिम्मेदारी इनकी भी थी।
दरअसल, नगर निगम में नाला और नालियों की सफाई के नाम पर काम कम फर्जीवाड़ा ज्यादा हो रहा है। सफाई के बावजूद महापौर को निरीक्षण में जगह-जगह नाले चोक और नालियां जाम मिलीं थी। महापौर की सख्ती के बाद अपर नगर आयुक्त अभय पांडे ने शुक्रवार को सफाई व्यवस्था जांचने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। महापौर ने नोडल पर्यवेक्षकों से सफाई की डिजिटल डायरी और रिपोर्ट मांगी है। रविवार को नोडल अधिकारी सफाई व्यवस्था जांचने निकलेंगे। गड़बड़ी मिलने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
मानसून सिर पर है। इसके बावजूद शहर में जलभराव की समस्या को लेकर नगर निगम के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। हर साल नालों और नालियों की सफाई पर करोड़ों रुपये बहाए जाने के बावजूद बारिश में जगह-जगह जलभराव निगम के सफाई के दावे की पोल खोल देता है।
इससे नाराज महापौर ने 19 मई को बैठक कर मोहल्लों में 25 मई तक नालों की सफाई का निर्देश दिया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 31 मई को महापौर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नाराजगी जताई, जिसके बाद अपर नगर आयुक्त ने शुक्रवार को नालों और नालियों की सफाई के लिए 110 वार्डों में नोडल अधिकारी नियुक्त किये हैं।
35 करोड़ खर्च सफाई व्यवस्था बदहाल
शहर जलभराव से बचाने के लिए सफाई के नाम पर 35 करोड़ रुपये का बजट खर्च हो गया लेकिन सफाई व्यवस्था बदहाल है। इससे साफ है कि नाला और नालियों की सफाई के नाम पर ठेकेदार बंदरबांट कर रहे हैं। इसमें नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल हैं। शहर में लगभग 932 नालियां, 536 मझोले नाले और 175 बड़े नाले हैं। जिनकी सफाई के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च होते हैं।
सफाई निरीक्षकों को दे दी जांच की जिम्मेदारी
नालों और नालियों की सफाई में गड़बड़ी की जांच करने की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम के निरीक्षकों को दी है। शहर में सफाई के दौरान पर्यवेक्षक और सफाई की जिम्मेदारी इनकी भी थी। ऐसे में यदि नालों और नालियों की सफाई में गड़बड़ी हुई है तो इनकी भी जिम्मेदारी बनती है। ऐसे में इन्हें नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी देकर पर्यवेक्षक कराने से नगर निगम को कुछ भी हासिल नहीं होगा।
नालों और नालियों की सफाई का पर्यवेक्षण कार्य कराया जा रहा है। इसके लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। सफाई में यदि कोई भी गड़बड़ी पाई जाती है तो ठेकेदार सहित जिम्मेदार कर्मचारी और अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी…अजय द्विवेदी, नगर आयुक्त।
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