भाजपा राज्यसभा चुनाव से पहले छोटे दलों के विधायकों पर दबाव बना रही: संजय राउत

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मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत ने 10 जून को होने जा रहे राज्यसभा चुनाव से पहले छोटी पार्टियों के विधायकों और निर्दलीय (विधायकों) पर दबाव बनाने का भारतीय जनता पार्टी पर शनिवार को आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाडी (एमवीए) की ओर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नहीं है। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन (एमवीए) के …

मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत ने 10 जून को होने जा रहे राज्यसभा चुनाव से पहले छोटी पार्टियों के विधायकों और निर्दलीय (विधायकों) पर दबाव बनाने का भारतीय जनता पार्टी पर शनिवार को आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाडी (एमवीए) की ओर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नहीं है। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन (एमवीए) के फिर भी छह में से चार सीट जीतने का विश्वास जताते हुए उन्होंने भाजपा को पैसे बर्बाद नहीं करने की सलाह दी।

शिवसेना और भाजपा के बीच महाराष्ट्र से राज्यसभा की छठी सीट के लिए मुकाबला होगा क्योंकि चुनाव मैदान में उतरे सात उम्मीदवारों में किसी ने भी शुक्रवार को अपना नाम वापस नहीं लिया था। इन सात उम्मीदवारों में एमवीए से चार और भाजपा से तीन हैं। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, तीसरा उम्मीदवार उतार कर भाजपा ने राज्यसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। वह निर्दलीय और छोटी पार्टियों के भरोसे है। उन पर दबाव बनाया जा रहा है और हमें इस बारे में सूचना मिल रही है। एमवीए भी चुनाव गंभीरता से लड़ रहा है। बस एक चीज जो हमारे पास नहीं है वह ईडी है।

शिवसेना नेता ने कहा, भाजपा को (चुनाव पर) अपना पैसा बर्बाद नहीं करना चाहिए, इसके बजाय इसका उपयोग सामाजिक कार्यों के लिए करना चाहिए। अपनी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा के लिए एक और कार्यकाल चाह रहे राउत ने दावा किया, ‘‘एमवीए सभी चारों सीट आसानी से जीत लेगा। वहीं, लातूर में संवाददाताओं से बात करते हुए भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने राउत के कटाक्ष पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार कर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, संजय राउत कौन हैं? वह क्या हैं? वह विरोधाभाषी बयान दिया करते हैं। मैं उन्हें जवाब क्यूं दूं? फडणवीस ने कहा, क्या वह कोई जानेमाने दार्शनिक हैं या बड़े नेता हैं? वह किसी भी मुद्दे पर दिन भर बोलते रहते हैं। इस पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। ’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता, जो भाजपा में शामिल हुए हैं अपनी नयी पार्टी के वफादार बने रहेंगे।

उन्होंने दावा किया, ये नेता अपने पुराने दलों से हताश हो गये थे इसलिए वे भाजपा में शामिल हुए और वे भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट देंगे। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और पूर्व सांसद धनंजय महादिक को, जबकि शिवसेना ने संजय राउत और संजय पवार को उम्मीदवार बनाया है। राकांपा ने प्रफुल्ल पटेल को जबकि कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को उम्मीदवार बनाया है। छठी सीट के लिए मुकाबला भाजपा के महादिक और शिवसेना के पवार के बीच होगा।

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