नेपाल कर रहा है भारत को 39 मेगावाट बिजली का निर्यात

काठमांडू/नई दिल्ली। नेपाल ने भारत को अतिरिक्त बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) ने मानसून की शुरुआत और नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ बुधवार आधी रात से भारत को 39 मेगावाट बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है। एनईए के प्रवक्ता सुरेश बहादुर भट्टराई ने कहा कि नेपाल …
काठमांडू/नई दिल्ली। नेपाल ने भारत को अतिरिक्त बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) ने मानसून की शुरुआत और नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ बुधवार आधी रात से भारत को 39 मेगावाट बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है। एनईए के प्रवक्ता सुरेश बहादुर भट्टराई ने कहा कि नेपाल ने 39 मेगावाट बिजली का निर्यात शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा,“एनईए ने भारत के प्रतिस्पर्धी ऊर्जा विनिमय बाजार आईईएक्स में बुधवार मध्यरात्रि से हर 15 मिनट में बिजली की बिक्री शुरू कर दी है।” एनईए के कार्यकारी निदेशक कुलमन घीसिंग के मुताबिक नुआकोट में स्थित दो पनविद्युत परियोजनाओं से भारत को 39 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करायी जा रही है। वर्तमान में बारिश के कारण नेपाल की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
पनविद्युत परियोजनाओं से भारत को निर्यात की जा रही बिजली में से 24 मेगावाट त्रिशुली हाइड्रोपावर और 15 मेगवाट बिजली देवीघाट प्रोजेक्ट से भेजी जा रही है। देश के स्वामित्व वाली बिजली प्राधिकरण ने मई में पनविद्युत परियोजनाओं से उत्पन्न 200 मेगावाट बिजली की पांच महीने के लिए बिक्री के लिए भारतीय कंपनियों से प्रस्ताव मांगने के लिए निविदाएं मांगी थीं।
भारत ने हाल ही में नेपाल को भारतीय बाजार में अतिरिक्त 325 मेगावाट बिजली बेचने की अनुमित दी थी। नेपाल के प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा की अप्रैल की यात्रा के दौरान भारत ने अतिरिक्त बिजली के निर्यात पर सकारात्मक रहा था। दोनों पक्षों ने विद्युत क्षेत्र में सहयोग पर एक दृष्टिकोण पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। दृष्टिकोण पत्र में नेपाल के प्रधानमंत्री श्री देउबा ने भारत के सीमापार विद्युत व्यापार विनियम की सराहना की है जिससे नेपाल जैसे प्रमुख साझेदारों को भारतीय बाजार में ऊर्जा का व्यापार करने का अवसर मिलता है।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने पारस्परिक लाभ, बाजार की मांग और प्रत्येक देश के लागू घरेलू नियमों के आधार पर दोनों देशों में बिजली बाजारों तक उचित पहुंच के साथ द्वि-दिशात्मक बिजली व्यापार पर भी सहमति व्यक्त की थी। नेपाल का इस वक्त कुल बिजली उत्पादन 2,300 मेगावाट है। चालू वित्त वर्ष के अंत तक कुछ परियोजनाओं शुरू हो सकती हैं।
भारत में तापमान में बढ़ोतरी के बाद बिजली की मांग अधिक है और बिजली की खरीद तथा बिक्री की अधिकतम कीमत 12 रुपये (नेपाली रुपये 19.20) प्रति यूनिट है। प्रवक्ता श्री भट्टराई ने कहा कि एनईए 6.28 भारतीय रुपये के हिसाब से बिजली का निर्यात कर रही है। कई बार एनईए को अधिकतम 12 रुपये भी मिले हैं। नेपाल को भारतीय ऊर्जा बाजार में 364 मेगावाट बिजली प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचने की अनुमति है। भारत को नेपाल बरसात के मौसम में धालकेबार-मुजफ्फरपुर 400 किलोवाट अंतरराज्यीय पारेषण लाइन के माध्यम से बिजली का निर्यात करेगा।
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