चंपावत उपचुनाव: वोटर को उम्मीद “मुख्यमंत्री धामी बनेंगे चंपावत से विधायक तो होगा सीमांत क्षेत्र का विकास”

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हल्द्वानी, अमृत विचार। चंपावत उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी समेत कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी, सपा समर्थित मनोज भट्ट और निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सुबह सात बजे से शुरू हुए मतदान को लेकर मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला। क्या बुजुर्ग क्या महिलाएं, सभी मतदान केंद्रों के बाहर …

हल्द्वानी, अमृत विचार। चंपावत उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी समेत कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी, सपा समर्थित मनोज भट्ट और निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सुबह सात बजे से शुरू हुए मतदान को लेकर मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला। क्या बुजुर्ग क्या महिलाएं, सभी मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़ी नजर आईं। सखी बूथों पर कुमाऊंनी परिधानों में सजी धजी युवतियां आकर्षण का केंद्र रहीं।

151 मतदान केंद्रों पर दोपहर एक बजे तक 45.49 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। जीआईसी चंपावत में कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने अपना वोट डाला। वहीं खटीमा विधानसभा में नाम होने के कारण सीएम पुष्‍कर सिंह धामी चंपावत उपचुनाव में वोट नहीं डाल सके। हालांकि बतौर प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी ने सुबह से ही चंपावत विधानसभा के विभिन्न पोलिंग बूथों का निरीक्षण किया। टनकपुर और बनबसा के पोलिंग बूथों पर मुख्यमंत्री के साथ फोटो और सेल्फी खिंचवाने के लिए युवक-युवतियों में होड़ मची रही। मतदाताओं को उम्मीद है कि अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत के विधायक बनते हैं तो सीमांत क्षेत्र का विकास और तेज गति से हो पाएगा।

बताते चलें कि चंपावत सीट पर इससे पहले 14 फरवरी को मतदान हुआ था। उत्तराखंड में फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 70 में से 47 सीटें जीतकर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने की उपलब्धि हासिल की थी, लेकिन जीत की अगुवाई करने वाले पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा से हार गए थे। इसके बावजूद पार्टी आलाकमान ने धामी पर विश्वास जताया और उन्होंने 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ ली।

21 अप्रैल को सीएम धामी के लिए चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। दो मई को उपचुनाव की तिथि का एलान होने के बाद भाजपा ने चंपावत से धामी को प्रत्याशी बनाया। ऐसे में मुख्यमंत्री बने रहने के लिए चंपावत का उपचुनाव जीतना पुष्कर सिंह धामी के लिए जरूरी है। यही वजह है कि भाजपा संगठन ने चंपावत में मुख्यमंत्री की जीत को लेकर पूरी ताकत झौंक दी।

पुष्कर सिंह धामी के हक में चंपावत की जनता को करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनावी रैली में शामिल हुए। वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उपचुनाव में मुख्यमंत्री पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। हालांकि जिस तरह का माहौल चंपावत में नजर आ रहा है उसे देखकर यह साफ है कि पुष्कर सिंह धामी को विधायक बनाने का मन चंपावत की जनता बना चुकी है। बहरहाल चंपावत उपचुनाव में जीत का ताज किसके सिर बंधेगा यह तो तीन जून को ईवीएम खुलने के बाद ही साफ हो सकेगा।

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