हल्द्वानी: आठ महीने पहले आपदा में क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर नहीं हो सकी दुरुस्त, अब पांच करोड़ से सुधारने की तैयारी

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौलापार में आठ महीने पहले आई आपदा से क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर अब तक दुरुस्त नहीं हो पाई है। अब पांच करोड़ रुपये की लागत से नहर को संवारने की तैयार है। कुमाऊं आयुक्त ने प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के बाद इस संबंध में एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। पिछले साल …

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौलापार में आठ महीने पहले आई आपदा से क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर अब तक दुरुस्त नहीं हो पाई है। अब पांच करोड़ रुपये की लागत से नहर को संवारने की तैयार है। कुमाऊं आयुक्त ने प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के बाद इस संबंध में एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

पिछले साल अक्टूबर माह में आई दैवीय आपदा से काठगोदाम बैराज से गौलापार क्षेत्र में जाने वाले सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई थी। इससे गौलापार क्षेत्र के किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया था। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी तक निरीक्षण कराने को लेकर गुहार लगाई थी लेकिन बजट की कमी के चलते नहर पर काम नहीं किया जा सका।

शनिवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने कुछ स्थानीय लोगों की शिकायत पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ क्षतिग्रस्त नहर का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने काठगोदाम के गौला बैराज से निकलने वाली नहर का निरीक्षण किया और अधिकारियों से बातचीत की।

आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि उन्होंने पूर्व में मरम्मत के लिए 21 लाख रुपए जारी किए थे। अब उन्होंने पाइप के जरिए पानी को निकाले जाने को लेकर योजना का एस्टीमेट तैयार करने का निर्देश दिया है। इसमें करीब 5 करोड़ रुपये से अधिक खर्चा आएगा। इस संबंध में वह शासन के उच्च अधिकारियों से बात करेंगे ताकि जल्द से जल्द सिंचाई नहर को ठीक किया जा सके।

संबंधित समाचार