गोंडा : 45 हजार बच्चों को नहीं लगा कोरोना रोधी टीका, स्वास्थ्यकर्मियों के लिए स्कूल का बंद होना बना चुनौती
गोंडा। जनपद में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोरोना रोधी टीका लगाए जाने का अभियान धीमा पड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि करीब दो महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी 45 हजार बच्चों को कोरोना रोधी टीका नहीं लग सका है। अब स्वास्थ्य विभाग के लिए …
गोंडा। जनपद में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोरोना रोधी टीका लगाए जाने का अभियान धीमा पड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि करीब दो महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी 45 हजार बच्चों को कोरोना रोधी टीका नहीं लग सका है।
अब स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती और बड़ी हो गयी है,इसके पीछे की वजह स्कूल का बंद होना बताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को अब बच्चों के घर जाकर कोरोना रोधी टीका लगाना होगा। तब जाकर बच्चों को कोरोना के खिलाफ कवच मिल सकेगा।
दरअसल, दो माह दस दिन का समय बीत जाने का बाद भी 45,346 बच्चों को कोरोना रोधी टीका नहीं लग सका है, जबकि जिले में 12 से 14 वर्ष की आयु के 1,45,461 बच्चों को टीकाकरण के लिए चयनित किया गया था, लेकिन 100155 बच्चों को ही कोरोनारोधी टीका लगाया जा सका है।
इससे साफ पता चलता है कि शुरुआती दौर में टीकाकरण गति धीमी थी, अब 20 मई से सभी स्कूल बंद हो गए,साथ ही बहुत से बच्चे छुट्टीयां बिताने इधर-उधर घूमने चले गये हैं,ऐसें में समय से लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा है।
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