फाइलेरिया से बचना है तो दवा का सेवन जरूर करें : सीएमओ
रायबरेली। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में 23 मई से सात जून तक फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि साल में एक बार लगातार पांच साल दवा खाने से इस बीमारी …
रायबरेली। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में 23 मई से सात जून तक फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने का अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि साल में एक बार लगातार पांच साल दवा खाने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। आप सब खुद भी इस दवा का सेवन करें और अपने घर व आस-पास के लोगों को दवा खाने के लिए प्रेरित करें।
फाइलेरिया से बचाव की दवा दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को खानी है। इस अभियान के दौरान आइवरमेक्टिन, एल्बेंडाजोल और डाईइथाइल कार्बामजीन दवा का सेवन कराया जाएगा। दवा खाली पेट नहीं खिलानी है | दवा का सेवन स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने ही कराएंगे। आपके घर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता दवा खिलाने आएं तो उनका सहयोग करें और दवा का सेवन करें।
फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। इससे बचाव के लिए सिर्फ दवा का सेवन ही एक रास्ता है जैसे हमने कोरोना और पोलियो से बचाव के लिए टीके लगवाए वैसे ही फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा खाना अति आवश्यक है। यह बीमारी मच्छरों के काटने से होती है, इससे बचाव का सबसे सरल और आसान रास्ता है कि मच्छर पनपने ही न दें और मच्छरों से बचने के साधन अपनाएं जैसे मच्छरदानी और मच्छररोधी क्रीम का उपयोग करें। दवा खाकर अपने जीवन को फाइलेरिया से बचाएं।
जिला मलेरिया अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया फाइलेरिया व्यक्ति को आजीवन अपंग बना सकता है। इसीलिए आप सभी लोग अपने परिवार को एवं समुदाय को फाइलेरिया की दवा खाने हेतु प्रेरित करें। मीडिया व्यापक प्रचार प्रसार कर इस कार्यक्रम में अपना सराहनीय योगदान दे और इस कार्यक्रम को सफल बनाएं। प्रेस वार्ता में एसीएमओ डॉ दिलीप सिंह व पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।
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