बरेली: अस्पताल हस्तांतरित नहीं और उपकरणों की भरमार

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बरेली, अमृत विचार। शहर में जब 300 बेड अस्पताल का निर्माण वर्ष 2013 में शुरू हुआ तो लोगों में आस जगी कि सरकारी अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। लेकिन आमजन की मंशा को विभाग ने पलीता लगा दिया। नौ सालों से विभागीय उदासीनता के चलते मानकों के फेर में अस्पताल हस्तांतरित नहीं हो …

बरेली, अमृत विचार। शहर में जब 300 बेड अस्पताल का निर्माण वर्ष 2013 में शुरू हुआ तो लोगों में आस जगी कि सरकारी अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। लेकिन आमजन की मंशा को विभाग ने पलीता लगा दिया। नौ सालों से विभागीय उदासीनता के चलते मानकों के फेर में अस्पताल हस्तांतरित नहीं हो सका है, लेकिन यहां बिना स्टाफ के ही उपकरणों मिलने का सिलसिला पूर्व से ही जारी है। गुरुवार को अस्पताल में मुंबई की कंपनी ने विभाग को चिकित्सीय उपकरण दान किए। इस मौके पर जिले के समस्त सीएचसी प्रभारी मौजूद रहे।

कहीं चोरों की न हो जाए मौज
300 बेड अस्पताल में निर्माण के दौरान ही शासन की ओर से करोड़ों की कीमत के उपकरण यहां भेजे गए हैं। शासन के आदेश पर जब अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया तो यहां बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलिंडर, कूलर, एसी, पंखे, कुर्सी, मेज आदि सामान भेजा गया। बीते कई माह से यहां चोरों का आतंक है। यहां कई बार सामान चोरी हो चुका है, जिसमें पंखे, कुर्सियां, एसी का पाइप आदि शामिल है।अस्पताल में लगातार उपकरण भेजे जा रहे हैं, ऐसे में उपकरणों की सुरक्षा रामभरोसे ही है।

सीएचसी-पीएचसी भेजे जाएंगे उपकरण
एसीएमओ डा. हरपाल सिंह ने बताया कि मुंबई की यूनाइटेड वे कंपनी ने 300 बेड अस्पताल में उपकरण दान किए हैं। यह उपकरण उन सीएचसी पीएचसी पर भेजे जाएंगे, जहां कमी होगी। एसीएमओ ने बताया कि कंपनी की ओर से 480 थर्मामीटर, 20 पर्दे, 100 स्टेथोस्कोप, 470, वेट मशीन, 100 पल्स आक्सीमीटर, आधा-आधा किलो के एक हजार रूई के पैकेट, एक हजार फेस शील्ड, एक हजार एन-95 मास्क, पांच सौ एमएल की पांच सौ बोतल और दो सौ एमएल की भी पांच सौ बोतल दान की गईं हैं।

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