शाहजहांपुर: शिवलिंग पर मत्था टेक गुलनाज से बन गया विराट

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अमृत विचार, शाहजहांपुर। शहर के मिश्रीपुर निवासी 29 वर्षीय गुलनाज पुत्र याकूब मंगलवार शिवलिंग पर मत्था टेक विराट बन गया। अब गुलनाज को विराट के नाम ही जाना जाएगा। विराट ने बताया कि उसके पूर्वज हिंदू थे, जो मुस्लिम धर्म अपना लिया था। पूर्वजों की गलतियों सुधारने के लिए उसने घर वापसी की है। उसने …

अमृत विचार, शाहजहांपुर। शहर के मिश्रीपुर निवासी 29 वर्षीय गुलनाज पुत्र याकूब मंगलवार शिवलिंग पर मत्था टेक विराट बन गया। अब गुलनाज को विराट के नाम ही जाना जाएगा। विराट ने बताया कि उसके पूर्वज हिंदू थे, जो मुस्लिम धर्म अपना लिया था। पूर्वजों की गलतियों सुधारने के लिए उसने घर वापसी की है। उसने स्पेछा से घर वापसी की है।

गुलनाज से विराट बने युवक को सबसे पहले गंगा जल से स्नान कराया गया। श्रीराम का फटका, माला पहनाकर स्वागत किया। उसके बाद खिरनीबाग में सीताराम मंदिर में आचार्य पंडित विनीत शुक्ला ने विधिवत पूजन कर धर्म परिवर्तन कराया। शपथ दिलाई कि अब सनातन धर्म के अलावा किसी धर्म को नहीं मानेंगे।

आगे की जो भी जिंदगी होगी वह सनातन धर्म के अनुसार ही रहेगी। राष्ट्रीय गौ-रक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी पदमनाभ महाराज ने कहा कि बदलते हुए भारत की यह तस्वीर है, जो लोग मजबूरन दूसरे समुदायों में पड़े हुए थे। वह पुनः घर वापसी पूर्वजों की गलतियों को सुधारने का काम कर रहे हैं। वहीं राजेश अवस्थी ने कहा कि सनातन धर्म सबसे बड़ा धर्म है। पूर्व न तो कोई धर्म था, न कोई है।

कहा कि जो पूर्व में सनातन धर्म से कट गए थे, अब संगठन ने उनकी पुनः वापसी कराने के लिए तत्पर है। सभी को स्वैच्छिक रूप से सनातन धर्म में वापस लाने का काम किया जाएगा। बहुत से ऐसे विशेष समुदाय में लोग हैं, जो सनातनधर्म अपनाना चाहते हैं। मुस्लिम बहनों का हम सभी लोग स्वागत करते हैं आएं और सनातन धर्म को अपनाएं जो पूर्वजों ने गलती की थी उसको सही करने का काम करें। कहा कि विराट के रूप में एक चिंगारी निकली है, जो संपूर्ण देश में फैलेगी।

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