हल्द्वानी: भगवान भरोसे चल रही है चार धाम यात्रा, राज्य सरकार चंपावत चुनाव में व्यस्त: सुमित हृदयेश

हल्द्वानी, अमृत विचार। इन दिनों उत्तराखंड में पर्यटन सीजन के साथ ही चारधाम यात्रा चरम पर है। देश-दुनिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। सरकार ने चारों धामों में श्रद्धालुओं के प्रतिदिन आने की संख्या तय कर रखी है। इसके बाद भी धामों में बिना पंजीकरण के बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे …
हल्द्वानी, अमृत विचार। इन दिनों उत्तराखंड में पर्यटन सीजन के साथ ही चारधाम यात्रा चरम पर है। देश-दुनिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। सरकार ने चारों धामों में श्रद्धालुओं के प्रतिदिन आने की संख्या तय कर रखी है। इसके बाद भी धामों में बिना पंजीकरण के बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कत केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में पेश आ रही है। अब जब समस्या बढ़ने लगी है तो बिना पंजीकरण वाले श्रद्धालुओं को लौटाया जा रहा है। इसे लेकर हंगामा भी हो रहा है।
केदारनाथ धाम में श्रद्धालु खुले में सोने को मजबूर हैं। पांच हजार बेड क्षमता वाले केदारनाथ धाम में 18 हजार के करीब श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यहां न तो प्रशासन, न पर्यटन विभाग ने बेड संख्या बढ़ाने का प्रयास किया। पूरा का पूरा दबाव जीएमवीएन के ऊपर डाला गया। जीएमवीएन ने भी अपनी बेड क्षमता को बढ़ा कर तीन हजार तक पहुंचाया। इसके बाद भी ये तमाम इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। धामों में अब श्रद्धालुओं के वीआईपी दर्शन की व्यवस्था जरूर समाप्त हो गई है। अब सभी को एक समान रूप से दर्शन करने पड़ रहे हैं।
ऐसे में सरकार की आधी अधूरी तैयारियों पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी हमलावर हो गई है। आज हल्द्वानी में विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि राज्य सरकार को पूर्व में अनुमान था कि चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु आएंगे बावजूद इसके सरकार ने ढिलाई बरती। गढ़वाल मंडल विकास निगम को पर्यटक आवास गृहों के लिए सात करोड़ का बुकिंग एडवांस में मिली थी, बावजूद इसके समय पर तैयारियां नहीं की गईं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पूरी तरह से भगवान भरोसे चल रही है। जबकि राज्य सरकार का जोर चंपावत चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जीत दिलाने में लगा हुआ है।
विधायक सुमित हृदयेश ने बीते दिनों नैनीताल में आम बजट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संवाद कार्यक्रम को भी महज एक इवेंट करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार प्रदेश के 13 जिलों में पूरी तैयारी के साथ आम जनता के साथ विपक्षी पार्टी कांग्रेस से भी राय लेती तो अच्छा होता लेकिन सरकार ने महज दिखावे के लिए नैनीताल में संवाद कार्यक्रम किया।