हल्द्वानी: उपभोक्ता के घर पहुंचा दिया इंडेन का एक्सपायरी सिलेंडर

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संजय पाठक, हल्द्वानी, अमृत विचार। हल्द्वानी में इंडेन के हजारों उपभोक्ताओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। बुधवार सुबह जब नियत तारीख या यूं कहें एक्सपायरी तिथि के 11 महीने बाद का सिलेंडर लालडांठ क्षेत्र के उपभोक्ता के घर पहुंचा तब मामले का खुलासा हुआ। मामले में इंडेन गैस एजेंसी के मैनेजर का …

संजय पाठक, हल्द्वानी, अमृत विचार। हल्द्वानी में इंडेन के हजारों उपभोक्ताओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। बुधवार सुबह जब नियत तारीख या यूं कहें एक्सपायरी तिथि के 11 महीने बाद का सिलेंडर लालडांठ क्षेत्र के उपभोक्ता के घर पहुंचा तब मामले का खुलासा हुआ।

सिलेंडर में अंकित दिनांक

मामले में इंडेन गैस एजेंसी के मैनेजर का कहना है कि प्लांट से रोजाना 200 से 300 सिलेंडर गोदाम में पहुंचते हैं, ऐसे में हर सिलेंडर में लिखी जानकारी को देखना संभव नहीं है। फिर भी अगर ऐसा है तो मामले की जानकारी मोटाहल्दू स्थित इंडेन प्लांट मैनेजर को दी जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि हो सकता है कि नया पेंट करने के दौरान तिथि लिखने में भूल हो गई हो या लिखा मिट गया हो।

हालांकि कुछ घंटे बाद मैनेजर ने उपभोक्ता के घर से एक्सपायरी सिलेंडर वापस मंगवाकर नया सिलेंडर भिजवा दिया। बहरहाल मामला जांच का विषय है। अगर एक्सपायरी सिलेंडर जैसी बात है तो यह उपभोक्ताओं की जान को जोखिम में डालने जैसा है। क्योंकि नियत तारीख के बाद का सिलेंडर उपयोग करना हादसे का सबब भी बन सकता है।

बुधवार सुबह हल्द्वानी गैस एजेंसी के डिलिवरीमैन से लालडांठ क्षेत्र निवासी मोहनी पाठक ने गैस सिलेंडर भरवाया। सिलेंडर के 1020 रुपए चुकाने के बाद वह सिलेंडर को रसोई में ले आईं। इस दौरान जब सिलेंडर पर लिखे नंबर पर नजर पड़ी तो हैरान रह गई। उन्होंने बताया कि नया पेंट होने की वजह से देखने में सिलेंडर नया दिख रहा था। लेकिन उसमें एक्सपायरी डेट की जगह पर बी.21 लिखा था। इस हिसाब से यह सिलेंडर 11 महीने पहले ही मेंटेनेंस की नियत तिथि पार कर चुका है। मामले में शिकायत के कुछ घंटे बाद मैनेजर ने नया सिलेंडर उपभोक्ता के घर भिजवा दिया।

विस्फोट की वजह भी बन सकता है सिलेंडर

अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक, रसोई घर में आग लगने की एक बड़ी वजह एलपीजी सिलेंडर का एक्सपायर हो जाना होता है। हर एक वस्तु की तरह सिलेंडर के मेंटेनेस की अंतिम तारीख भी तय होती है। इस अवधि के गुजरने के बाद सिलेंडर पुराने हो जाते हैं और गैस का दबाव सहन नहीं कर पाते जिसके चलते गर्मी या आग के निकट होने पर उनमें कई बार विस्फोट हो जाता है।

 सिलेंडर में लिखे कोड को ऐसे समझें

सिलेंडर में वजन और एक्सपायरी तिथि की जानकारी साफ लिखी होती है। साल के 12 महीनों के हिसाब से कोड भी लिखा रहता है, जिससे सिलेंडर की एक्सपायरी डेट पता लग सके। अंग्रेजी के चारों अक्षर 3-3 महीने को प्रदर्शित करते हैं। जैसे, जनवरी, फरवरी, और मार्च महीने के लिए A अक्षर का इस्तेमाल होता है। अप्रैल, मई और जून महीने के B अक्षर, जुलाई, अगस्त और सितंबर के लिए C अक्षर और अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के लिए D अक्षर का प्रयोग किया जाता है। इन अक्षरों के बाद आने वाले अंक साल को दर्शाते हैं।
उदाहरण के लिए अगर आपके सिलेंडर के ऊपर B.27 लिखा हो तो इसका मतलब आपके सिलेंडर की एक्सपायरी डेट जून 2027 है। वहीं, अगर C.25 है तो इसका मतलब आपका सिलेंडर सितंबर 2025 तक चल सकता है। उसके बाद उसे बदल देना चाहिए। ऐसा न करने पर उसके विस्फोट होने का खतरा बढ़ जाता है।

हल्द्वानी में इंडेन के करीब 58 हजार उपभोक्ता

वर्तमान में हल्द्वानी में कुमाऊं मंडल विकास निगम के अधीन हल्द्वानी गैस सर्विस के करीब 25 हजार उपभोक्ता, काठगोदाम गैस एजेंसी के 15 हजार, और निजी आशीर्वाद गैस एजेंसी के 10 हजार और क्षितिज गैस एजेंसी के 8 हजार उपभोक्ता हैं। ऐसे में सिलेंडर की सुरक्षा में जरा सी चूक हजारों उपभोक्ताओं पर कभी भी भारी पड़ सकती है।

 पेंट निकला या हुई चूक, जांच का विषय

इंडेन गैस एजेंसी के प्रबंधक रवि मेहरा ने बताया कि हो सकता है कि नया पेंट करने के दौरान चूक हो गई हो। इस वजह से उपभोक्ता के सिलेंडर में 27 की जगह 21 नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता की सुरक्षा सर्वोपरि है। तय तारीख के बाद टेस्टिंग की प्रकिया से गुजरने पर ही सुरक्षित सिलेंडर उपभोक्ता के घर तक पहुंचाया जाता है। मामले में इंडेन प्लांट मैनेजर और पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल से संपर्क किया गया लेकिन उनका फोन रिसीव नही हुआ।

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