लखनऊ: डग्गामार बस में जगह 44 की, निकले 140 यात्री, नजारा देख दंग चेकिंग अधिकारी
लखनऊ। जिस बस में 44 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी, उसमें 140 यात्री सवार थे। यह देखकर आरटीओ कार्यालय के चेकिंग अधिकारी भी दंग रह गए। डग्गामार में पकड़ी गई इस बस में यात्रियों को दिल्ली से बिहार ले जाया जा रहा था। सस्ते किराए के चक्कर में दिल्ली में मजदूरी करने वाले इन …
लखनऊ। जिस बस में 44 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी, उसमें 140 यात्री सवार थे। यह देखकर आरटीओ कार्यालय के चेकिंग अधिकारी भी दंग रह गए। डग्गामार में पकड़ी गई इस बस में यात्रियों को दिल्ली से बिहार ले जाया जा रहा था। सस्ते किराए के चक्कर में दिल्ली में मजदूरी करने वाले इन बसों में चढ़ गए। छापेमारी में पकड़ी गई बस में यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। बस की छत पर टनों समान लदा हुआ था।
एआटीओ प्रवर्तन अंकित शुक्ला ने बताया कि बस में 32 यात्रियों के बैठने और 12 यात्रियों के लेट कर सफर की सुविधा दी गई थी। यात्रियों का सामान छत के ऊपर रखा गया था। इस बस को सोमवार सुबह पकड़ा गया। बस के अंदर से जब बैठे यात्रियों को उतारे जाने का सिलसिला शुरू हुआ तो चेकिंग अधिकारी दंग रह गए। इतना ही नहीं जब जांच के दौरान बस के मौके पर प्रपत्रों की जांच की गई तो पता चला कि बस की फिटनेस 2020 में ही समाप्त हो चुकी है। बस का टैक्स भी बकाया है। फिलहाल बस को बस को नादरगंज पुलिस चौकी में सीज किया गया है।
तीन रोडवेज बसों भेजे गए यात्री
डग्गामार बस के 140 यात्रियों को तीन रोडवेज बसों से बिहार रवाना किया गया। इन यात्रियों का करीब दो लाख रुपये का टिकट बना। टिकट का किराया बस मालिक के देने पर ही बस छोड़ने के लिए आदेश दिए गए हैं।
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