मुरादाबाद : चांद रात पर सुबह तक होगी खरीदारी, महिलाएं घरों में करेंगी ईद की तैयारी
मुरादाबाद,अमृत विचार। रविवार को माहे रमजान के 29 रोजों का चांद दिखा तो सोमवार को ईद-उल-फितर का पर्व मनाया जाएगा। अगर, रविवार को चांद नजर नहीं आया तो सोमवार को रमजान माह के 30वें रोजे का चांद दिखेगा और मंगलवार को ईद मनाई जाएगी। इसे लेकर बाजारों में देर रात तक खरीदारी की गई। चांद …
मुरादाबाद,अमृत विचार। रविवार को माहे रमजान के 29 रोजों का चांद दिखा तो सोमवार को ईद-उल-फितर का पर्व मनाया जाएगा। अगर, रविवार को चांद नजर नहीं आया तो सोमवार को रमजान माह के 30वें रोजे का चांद दिखेगा और मंगलवार को ईद मनाई जाएगी। इसे लेकर बाजारों में देर रात तक खरीदारी की गई। चांद रात को सुबह तक बाजारों में रौनक रहेगी। वहीं महिलाएं पूरी रात जागकर ईद की तैयारियां करेंगी।
माहे रमजान में महीने भर भूखे-प्यासे रहकर रोजा रखने वाले रोजेदारों को अल्लाह ईद का तोहफा देता है। ईद-उल-फितर का त्योहार मुसलमान बड़ी धूमधाम के साथ मनाते है। दो साल से कोरोना के कारण ईद की मिठास फीकी पड़ गई थी, लेकिन इस बार ईद की धूम है। पिछले 10 दिन से लगातार बाजारों में खरीदारी की जा रही है। ईद का पर्व मनाने के लिए मुसलमान एक दिन पहले चांद देखते है। चांद देखने के अगले दिन ईद मनाई जाती है। ईद का चांद 29 या 30वें रोजे को दिखाई देता है।
रविवार को रमजान माह का 29 वां रोजा है, इसलिए मुसलमान रविवार को भी चांद देखने का एहतामाम करेंगे। अगर रविवार को चांद दिखा तो सोमवार को ईद मनाई जाएगी। इस बार ईदगाह के अलावा शहर की सभी मस्जिदों को सामूहिक रूप से ईद की नमाज अदा की जायेगी। अगर रविवार को चांद नजर नहीं आया तो सोमवार को 30 वें रोजे का चांद दिखेगा। चांद देखते ही मुसलमान बाजारों की ओर रुख कर लेते है।
इसके बाद पूरी रात से सुबह आठ बजे तक शहर के बाजार खुलते है और ईद की खरीदारी होती है। जिसके लिए शहर के बाजारों में दुकानदारों ने 10 दिन पहले ही ईद की तैयारियां कर रखी है। जिसमें सभी धर्मो के दुकानदारों ने ग्राहकों के लिए अपनी दुकानों को सजाया है। दुकानदारों का कहना इस बार अच्छी दुकानदारी हुई है। क्योंकि पिछले दो साल से कोरोना के कारण रमजानों में बाजार बंद थे। वहीं नायब शहर इमाम मुफ्ती फहद ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि रविवार को चांद देखने का एहतामाम करें, अगर रविवार को चांद नहीं दिखा तो मंगलवार को ईद-उल-फितर का मनाया जायेगा।

रोजेदारों के सब्र का इनाम है ईद
रमजान माह में मुस्लिम पूरे 29 या 30 दिन तक रोजा रखते है और सब्र करते है। उलेमा बताते है कि रमजान के पूरे महीने रोजा रखने वालों के सब्र का इनाम है ईद। रमजान हमे अपनी नब्ज पर काबू करना सिखाता है। पूरे महीने लोग रोजे की हालत में अल्लाह की इबादत में मशगूल रहते हैं। दुनियावी बातों से दूर रहकर अपनी नब्ज पर काबू यानी सब्र करते है। इसी सब्र के बदले में ईद का इनाम मिलता है।
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