लखीमपुर/खीरी: मरीज की मौत पर भड़के तीमारदारों ने निजी अस्पताल पर किया हंगामा
अमृतविचार, लखीमपुर-खीरी। शहर से सटे रामापुर में स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती महिला की ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ गई। डॉक्टर के रेफर करने पर महिला को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां महिला की मौत हो गई। मौत से गुस्साए परिजनों ने लखीमपुर पहुंचकर अस्पताल पर जमकर हंगामा किया और …
अमृतविचार, लखीमपुर-खीरी। शहर से सटे रामापुर में स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती महिला की ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ गई। डॉक्टर के रेफर करने पर महिला को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां महिला की मौत हो गई। मौत से गुस्साए परिजनों ने लखीमपुर पहुंचकर अस्पताल पर जमकर हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिवार वालों को समझा बुझाकर शांत कराया। महिला के पुत्र ने डीएम और सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
सदर कोतवाली के गांव दाउदापुर निवासी सरोज कुमार कश्यप ने बताया कि उनकी मां राज कुमारी के पेट में पथरी थी। डॉक्टर ने ऑपरेशन बताया था। इस पर उन्होंने मां राजकुमारी को हरिओम हॉस्पिटल रामापुर में 24 अप्रैल को भर्ती कराया था। डॉक्टर ने 26 अप्रैल को दोपहर बाद करीब लगभग 3.30 बजे ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद महिला को दो दिन और भर्ती रखा। इसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। हालत खराब देख अस्पताल के प्रबन्धक यह कहते हुए महिला को लखनऊ के न्यू सिटी अस्पताल रेफर कर दिया कि वहां उपचार में रुपये नहीं पड़ेंगे।
अस्पताल प्रशासन ने अपनी एंबुलेंस से महिला को लखनऊ भेज दिया। सरोज ने बताया कि जब वह मां को लेकर न्यू सिटी अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन सही नहीं हुआ है और 30,000 रुपये जमा करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि जबकि हरिअ ोम अस्पताल में उससे 50,000 रुपये जमा कराए थे। लखनऊ के डॉक्टरों ने महिला के शरीर से कोई अंग निकालने जाने की भी जानकारी परिवार वालों को दी। कुछ देर बाद महिला की अस्पताल में ही मौत हो गई।
मौत होने से परिवार में चीख पुकार मच गई। परिवार के लोग शव लेकर घर वापस लौट आए और रामापुर हॉस्पिटल जाकर ऑपरेशन के कागजात व रिपोर्ट मांगी तो कोई रिपोर्ट नहीं दी। इस पर परिवार वालों ने हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने हंगामा बढ़ते देख अस्पताल के सभी मरीजों को पीछे के दरवाजे से निकाल दिया और ताला लगा कर भाग निकले। हंगामे की सूचना पर रामापुर चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। हालात बेकाबू होते देख सदर कोतवाली पुलिस को भी मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने किसी तरह से परिवार वालों को समझाया बुझाया। मृतक महिला के बेटे ने अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। इसके साथ ही डीएम को शिकायती पत्र देकर जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, लेकिन सदर कोतवाली पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
हंगामे के दौरान मची रही अफरा-तफरी
महिला की मौत के बाद जब परिजन अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू किया तो वहां हड़कंप मच गया। अस्पताल पहुंचे कई मरीज और उनके तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। महिला की मौत के बाद लोगों में अस्पताल संचालक के प्रति रोष देखा गया। लोगों का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग के रहमोकरम पर तमाम निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं, जिनमें न तो डॉक्टर हैं और न ही प्रशिक्षित स्टॉफ।
डॉ. शैलेंद्र भटनागर, सीएमओ-
मामले की जानकारी हुई है। अस्पताल का पंजीकरण है या नहीं। इसकी जांच कराई जा रही है। अगर अस्पताल बिना पंजीकरण चलता हुआ मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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