रामपुर : नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक के पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग प्रणाली लागू

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रामपुर, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक के पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग प्रणाली लागू की गई है। तीन साल के कोर्स के दौरान छह सेमेस्टर में परीक्षा होगी। आत्म निर्भर बनने के लिए परीक्षार्थी को 100 नंबर का वोकेशनल कोर्स भी पास करना होगा। बीए, बीएससी एवं बीकॉम के प्रथम तीन वर्ष के लिए …

रामपुर, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक के पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग प्रणाली लागू की गई है। तीन साल के कोर्स के दौरान छह सेमेस्टर में परीक्षा होगी। आत्म निर्भर बनने के लिए परीक्षार्थी को 100 नंबर का वोकेशनल कोर्स भी पास करना होगा। बीए, बीएससी एवं बीकॉम के प्रथम तीन वर्ष के लिए ग्रेडिंग प्रणाली लागू की गई है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 स्नातक स्तर पर सत्र 2021-22 से प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों में लागू की गई है। जिससे कि सभी विश्वविद्यालयों में समान व्यवस्था हो और विद्यार्थी का एक विश्वविद्यालय-महाविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में स्थानांतरण किया जा सके। स्टीयरिंग कमेटी द्वारा प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में 10 प्वाइंट ग्रेडिंग प्रणाली लागू किए जाने की संस्तुति की गई है। जोकि, यूजीसी के दिशा निर्देशों पर आधारित है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने सभी कुल सचिव के लिए आदेश जारी कर दिए हैं।

परिणाम कुछ भी हो मिलती रहेगी प्रान्नति
विद्यार्थी को ओड सेमेस्टर से अगले सेमेस्टर में सदैव प्रोन्नत किया जाएगा। चाहे वर्तमान विषम सेमेस्टर का परिणाम कुछ भी हो।

नहीं होगा बैक पेपर और सुधार परीक्षा
आंतरिक परीक्षा में बैक पेपर और सुधार परीक्षा नहीं होगी। केवल पूर्ण सेमेस्टर को बैक परीक्षा के रूप में दोबारा देने की स्थिति में विश्वविद्यालय परीक्षा के साथ आंतरिक मूल्यांकन भी किया जा सकता है।

एक वर्ष को पूरा करने के लिए तीन वर्ष होगी काल अवधि
किसी भी एक वर्ष को पूरा करने की अधिकतम अवधि तीन वर्ष होगी। यदि विद्यार्थी सततता में तीनों वर्ष की पढ़ाई करता है तो उसे अधिकतम नौ वर्ष मिलेंगे।

नई शिक्षा नीति के तहत छात्र-छात्राओं को काफी सुविधा दी गई है। वे अपना ग्रेज्युएशन नौ वर्ष में पूरा कर सकते हैं। आत्म निर्भर बनने के लिए वोकेशनल कोर्स भी अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा इस साल से सेमेस्टर वाइज पहली परीक्षा कराई जा रही है। परिणाम में ग्रेडिंग सिस्टम रहेगा इससे परीक्षार्थियों को नंबरों की दौड़ से बचाने का प्रयास किया गया है। यह सिस्टम सीबीएसई में काफी पहले लागू कर दिया गया था। –डॉ. पीके वाष्र्णेय, प्राचार्य राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय

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