रायबरेली: बिजली और पानी के लिये बिफरे अधिवक्ता, कार्य बहिष्कार का लिया निर्णय, तहसीलदार और SDM को ज्ञापन सौंपा

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। तहसीलदार के विरुद्ध पहले से आंदोलन कर रहे अधिवक्ताओं ने अब बिजली, पानी के लिए मुखर हो गए है। सोमवार को तहसील बार के अधिवक्ताओं ने तहसील बार एसोसिएशन में बैठक का आयोजन किया। जिसमें बिजली, शुद्ध पेयजल समेत तमाम मुद्दों पर चर्चाएं हुई। जिसके बाद समस्या पूरी होने तक सभी वकीलों ने न्यायिक …

रायबरेली। तहसीलदार के विरुद्ध पहले से आंदोलन कर रहे अधिवक्ताओं ने अब बिजली, पानी के लिए मुखर हो गए है। सोमवार को तहसील बार के अधिवक्ताओं ने तहसील बार एसोसिएशन में बैठक का आयोजन किया। जिसमें बिजली, शुद्ध पेयजल समेत तमाम मुद्दों पर चर्चाएं हुई। जिसके बाद समस्या पूरी होने तक सभी वकीलों ने न्यायिक कार्य से विरत रहने की घोषणा कर दी। जिसके बाद समस्याओं को लेकर तहसीलदार तथा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।

तहसील बार के पूर्व अध्यक्ष दिनेश चंद्र त्रिपाठी, शिवजी पांडेय, रज्जन मिश्र, राकेश कुमार, महादेव वर्मा समेत सभी अधिवक्ताओं ने बताया कि तहसील बार समेत सभी अधिवक्ताओं के चेंबरों की बिजली काट दी गई है। जिसके चलते इस तपिश भरी गर्मी में अधिवक्ता गण और तहसील आए हुए युवा अधिकारी टीन सेट के नीचे पसीने पसीने हो जाते हैं।

बिजली कट जाने की वजह से स्टांप भी नहीं निकल पाता। जिसकी वजह से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं तहसील प्रशासन द्वारा परिसर में शीतल पेयजल की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके चलते अधिवक्ताओं को दुकानों से पानी खरीदकर पीना पड़ता है। अधिवक्ताओं ने यह भी बताया कि इन तमाम मौलिक समस्याओं को लेकर कई बार एसडीएम तथा तहसीलदार से मांग की गई। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बावजूद भी समस्या का निदान नहीं हो सका। जिसको लेकर सारे अधिवक्ता गण निंदा का पात्र बने हुए हैं।

अधिवक्ताओं ने यह भी बताया कि तहसील तथा एसडीएम न्यायालय में तीन सौ से अधिक पुराने मुकदमे विचाराधीन है। जिनका समय से निस्तारण ना होने के चलते वादकारी तहसील के चक्कर काट रहे हैं। और उन्हें समय से न्याय नहीं मिल पा रहा है।

उन्होंने कहा कि समस्याओं को लेकर कई बार एसडीएम से मुलाकात भी की गई। समस्या के समाधान का आश्वासन देने के बावजूद भी अभी तक समाधान नहीं हुआ है।

एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि प्रशासनिक कार्यों की अधिकता के कारण अधिवक्ताओं से वार्ता का समय नहीं मिल सका। जल्द ही बैठक कर सारी समस्याओं का निदान कराया जाएगा।

पढ़ें- बाराबंकी: पत्रकारों ने घंटों दिया धरना विधायक को सौंपा ज्ञापन, दरोगा को हटाने की मांग

संबंधित समाचार