हरदोई: मरीज को जिंदगी देने की जगह डॉक्टरों ने दी मौत!, नर्सिंग होम में परिजनों ने रातभर किया हंगामा

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हरदोई। पेट दर्द से तड़प रही रीता को राहत पहुंचाने के लिए दवा तो नहीं, बल्कि उसे मौत की नींद सुला दिया गया। मामला शहर का है। जहां इस तरह मौत होने को लेकर रात भर बवाल मचा रहा। इस बीच खास बात रही कि वहां पहुंची पुलिस कुछ सुनने-समझने के बजाय उल्टे डाक्टरों की …

हरदोई। पेट दर्द से तड़प रही रीता को राहत पहुंचाने के लिए दवा तो नहीं, बल्कि उसे मौत की नींद सुला दिया गया। मामला शहर का है। जहां इस तरह मौत होने को लेकर रात भर बवाल मचा रहा। इस बीच खास बात रही कि वहां पहुंची पुलिस कुछ सुनने-समझने के बजाय उल्टे डाक्टरों की पैरवी करने लगी। जिससे गुस्साए लोगों का गुस्सा और भड़क गया। बताया गया है कि मौत के ज़िम्मेदार ठहराए गए डाक्टर वहां से कहीं फरार हो गए।

बताते है कि सुरसा थाने के भकुराई निवासी छोटू पुत्र रोहन ने बताया है कि रविवार को उसकी पत्नी रीता के पेट में दर्द उठा। उसने गांव की आशा को बुला कर उससे इलाज के बावत बातचीत की। छोटू आशा के भरोसे पर अपनी पत्नी रीता को शहर में बिलग्राम चुंगी से साण्डी चुंगी के बीच एक नर्सिंग होम उठा लाया।

छोटू ने बताया कि वहां मौजूद डाक्टरों ने रीता के इंजेक्शन लगाया, जिसके लगते ही हालत और बिगड़ गई। डाक्टरों से कहा भी गया कि अगर उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है, तो छुट्टी कर दें। लेकिन किसी ने एक नही सुनी गई।

इसके बाद तड़प रही रीता की वहीं मौत हो गई। छोटू ने बताया है कि रीता की मौत होते ही उसे वहां से खदेड़ा जाने लगा। जिससे बवाल होने लगा। बवाल बढ़ता देख डाक्टर फरार हो गए। इसी बीच खबर मिलते ही राधानगर चौकी इंचार्ज वहां पहुंचते ही डाक्टरों की पैरवी करते हुए बोले कि बेवजह बात का बतंगड़ बनाते हुए बवाल किया जा रहा है।

उनका इतना कहते ही गुस्साए लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। काफी रात तक हंगामा होने से नर्सिंग होम के आस-पास रहने वालों ने खुली आंखों में ही रात गुज़ार दी। छोटू ने मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। खबर लिखे जाने तक पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई थी।

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